रजूस के फड़ पर हर दिन नाल की वसूली
खाकी के संरक्षण फल-फूल रहा जुआं कारोबार 

शहडोल। जिले के सोहागपुर थाना अंतर्गत इन दिनों जगह बदल-बदल कर जुआ का फड़ संचालित हो रहा है। प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर लाखों रुपए का जुए का फड़ संचालित होता है और इस कार्य में क्षेत्र के युवा वर्ग के लोग अपने भविष्य के उजाला को ढूंढते हुए लालच के इस जाल में फंस कर अपने घर परिवार का सर्वनाश कर रहे हैं, लेकिन जुआ खिलाने वाले समूह को प्रतिदिन लगभग 50000 की कमाई प्रतिदिन हो रही है और कमाई का अड्डा बन चुके संचालित फड़ को कामयाब बनाने के लिए जुआ को संचालित करने वाले लोगों के साथ ताल ठोक कर नाल वसूली को महत्व देने का काम वर्दी के संरक्षण में संचालित हो रहा है।
दिन-रात रहता है पहरा
सोहागपुर थाना क्षेत्र के मौहार टोला में रजूस प्रतिदिन जुआं का खेल बेधडक़ चला रहा है और इस खेल को खेलने के लिए जिले के ही कई नामी-गिनामी लोग मौहार पहुंचते हैं, इसके अलावा बरतरा, बुढार, धनपुरी सहित दर्जनों जगहों से खिलाडिय़ों को बुलाया जाता है, खिलाडिय़ों के लिए विशेष व्यवस्था भी की जाती है, जुए के फड़ को सही दिशा देने के काम पर दर्जनों युवक सेवा देते रहते हैं और संचालित जगह पर दिन-रात पहरा देकर खिलाडिय़ों के गाड़ी से लेकर मोबाइल फोन तक सुरक्षित रखते हुए 5 किलोमीटर पहले से ही पहरेदारी की जाती है।
रजूस का पूरा खेल
पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक द्वारा समय-समय पर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई तरह के फार्मूले इजात करते हुए कभी नशाखोरी, सूदखोरी सहित अन्य अपराधियों पर लगाम लगाए हुए हैं, वही इस समय अपराधियों की पूरी टीम शहर छोड़ कर गांव की ओर रुख करते हुए अपराध को कारित करने के लिए ग्रामीण अंचलों का सहारा ले रहे हैं। शहरी क्षेत्र को छोडक़र ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध कार्य को अंजाम दिया जा रहा हैं, सोहागपुर थाना क्षेत्र में रजूस जमुई के पास मौहार क्षेत्र में बेधडक़ तरीके से जुए का फड़ संचालन करा रहे हैं, कथित फड़ संचालक प्रतिदिन हजारों रुपए की नाल वसूली जा रही है।
दर्जनों जगह से पहुंच रहे खिलाड़ी
सोहागपुर थाना अंतर्गत चल रहे इस जुए के फड़ को संचालनकर्ता रजूस द्वारा एक समूह बनाकर लगभग दर्जनों क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है और आने वाले खिलाडिय़ों को मनमाफिक सेवाएं भी दी जा रही है, गाड़ी से लेकर मोबाइल और हार जाने के बाद उनके सामानों की गिरवी से लेकर ब्याज में रुपया भी उपलब्ध कराए जाने के अलावा शराब और कबाब की व्यवस्था तक की जा रही है। संचालनकर्ता द्वारा सुरक्षा की पूरी गारंटी देते हुए खिलाडिय़ों को आमंत्रित किया जा रहा है। इस जुए की फड़ में सुरक्षा की गारंटी मिलने के बाद संभागीय मुख्यालय से दर्जनों युवक तो पहुंच ही रहे है, इसके अलावा पड़ोसी जिलों से भी खिलाड़ी दांव लगाने आ रहे हैं।
स्टाफ के संरक्षण में संचालन
अपराध को जन्म देने वाले इस तरह के अवैध कार्य जहां पर भी पनपने लगते हैं, वहां पर पुलिस के अलावा क्षेत्र के सफेदपोश नेताओं को भी खबर तो होती है, लेकिन इस अपराध को रोकने के बजाय कमाई का अड्डा समझकर अपना हाथ और साथ खाकी और खादी दोनों प्रदान करने लगती है, अपराधों पर लगाम लगाने वाले पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के कार्यशैली से जिले के समस्त अपराधी एवं माफिया अपने आप को बचाकर या तो शहर से भाग गए हैं या फिर जेल की सलाखों के पीछे है। अगर इस मामले में कप्तान संज्ञान लेकर कार्यवाही करें तो, बड़े रैकेट सहित अपराध पर लगाम कसी जा सकती है।