*बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कांग्रेस नेता के दबाव में प्रबंधन नहीं कर रहा है वाहनों का रोजगार हेतु पंजीयन

वाहन के ऋण का मार झेलंगे अब 400 परिवार, ग्रामीणों ने सुश्री मंत्री मीना सिंह जी से व कमिश्नर शहडोल से लगाई रोजगार देने की गुहार
(शुभम तिवारी)
उमरिया। पूरे विश्व में लगातार दो वर्षो से चल रही महामारी क्रोना काल में जिसमें सरकार ने पूरे भारतवासी उद्योग व शासकीय विभाग में रोजगार पर लगे लोगों को व अन्य बेरोजगार लोगों को रोजगार देने हेतु अपील भी कि है जिस पर सूबे के मुखिया माननीय शिवराज सिंह जी के द्वारा एमपी के सभी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत बफर का सफर योजना चालू कर ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की घोषणा की थी किंत जिप्सी यूनियन में वर्तमान।अध्यक्ष जो पूर्व से कांग्रेस पार्टी के नेता भी है वह अपना कब्जा जमाए बैठे स्थानीय जनों की जानकारी के मुताबिक उनकी खुद की दो तीन गाड़ियां संचालन होती है रुतबा तो इतना बड़ा है कि किसी प्रकार का कोई जिप्सी यूनियन का GST टैक्स सरकारी खाते में नहीं जमा किया जाता और यह टैक्स न जमा करने का जलवा लगभग कई सालों से चालू है और एक मालिक के एक ही परिवार 4 से ज्यादा गाड़ियां पूजी पतिओ की है रसूखदार की कमाई घट न जाय को पार्क प्रबंधन के जवाबदार अधिकारी ध्यान में रखते हुए गरीब लोगों के द्वारा खरीदे गए वाहनों पर रोक लगाने की की बात कर दी है यह मामला जब प्रकाश में आया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पर्यटन प्रारंभ होने के पूर्व बांधवगढ़ क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर फैली बहुत सारे ग्रामीण अपने रोजगार की उम्मीद लगाकर अपना घर बाड़ी खेत गहना गहन रखकर वह बेचकर पार्क में पर्यटकों को भ्रमण कराने हेतु जिप्सी वाहन खरीद कर कर लाए है यह उम्मीद में की हर साल की तरह पर प्रबंधन रोजगार तौर पर क्षेत्रवासियों का वाहन पंजीयन करता है आ रहा है और करेगा किंतु शायद यह ग्रामीणों का दुर्भाग्य हो गया जिस पर बहुत सारे रसूखदार वाहन मालिक जिनका शुरू से चार से पांच गाड़ियों से लेकर जिप्सी व गाइड रोस्टर में कब्जा जमा रहा है और विगत वर्षों तक उपरोक्त लोगों के डबल डबल वाहन जोड़ने की अनुमति संस्था व विभाग द्वारा जारी चली आ रही और किसी प्रकार का कोई नए वाहन ना जोड़ने का आदेश आज दिनांक तक पाठ प्रबंधन की तरफ से प्रकाशित नहीं किया गया है लेकिन जब अब ग्रामीणों के द्वारा कर्ज लेकर वाहन क्रय किया गया तो वर्तमान जिप्सी यूनियन अध्यक्ष व कांग्रेस के नेता के द्वारा वाहन के पंजीयन के जोड़ने के संबंध में प्रबंधन के समक्ष आपत्ति प्रस्तुत की गई हैं जब ग्रामीणों द्वारा नए वाहन पंजीयन न करने के संबंध में जानकारी प्रबंधन से पूछी गई तो बताया गया कि नए वाहन मालिक जो वाहन लेकर आए हैं किसी प्रकार की कोई अनुमति विभाग से अथवा संस्था से प्राप्त नहीं की जिससे वाहन का पंजीयन नहीं किया जाएगा प्रबंधन के उपरोक्त निर्णय से स्थानीय ग्रामीण लोगों का जीवन यापन संकट में आ गया है कई ग्रामीण ग्राम वासी सदमे में भी आ गए है और अपने जीवन यापन और रोजी रोटी पाने के लिए मध्य प्रदेश शासन के माननीय मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिख कर व मंत्री सुश्री मीना सिंह जी व एलएसी कमेटी के अध्यक्ष शहडोल संभाग कमिश्नर राजीव शर्मा जी के यहां तक आवेदन देते हुए गुहार लगाई है कि हम लोगों की रोजी-रोटी के लिए वाहन का पंजीयन किया जाए * *जब नए वाहन मौजूद तो क्यों चलेंगे पुरानी* अभी हाल में ही कोविड-19 को देखते हुए मध्य प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्व के मुखिया श्री आलोक कुमार जी ने नोटिफिकेशन में पारित 10 साल की अवधि को दरकिनार करते हुए कोविड 19 को दृष्टिगत रखते हुए वाहनों की अवधि 13 साल कर दी उपरोक्त विषय पर प्रबंधन का यह कहना है यह अवधि इसलिए बढ़ाई गई है की लोगों को वाहन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जब तक वाहन उपलब्ध नहीं हो पाता और कोविड 19 का दौर समाप्त नहीं हो पाता 1 वर्ष के लिए यह नियम लागू किया जाता है किंतु बांधवगढ़ क्षेत्र वासियों का कहना है कौन से वाहन पंजीकृत किए जाएंगे उपरोक्त विषय पर 2019 में ही प्रधान मुख्य वन संरक्षक के द्वारा गाइडलाइन जारी कर दी गई है जिससे उपरोक्त गाइडलाइन में बने नियमों पर यदि देखा जाए तो मार्केट में आसानी से वाहन उपलब्ध है और स्थानीय जनों का यह भी कहना है कि बांधवगढ़ में ग्रामीणों की नई गाड़ियां एडवांस में जब 35 गाड़ी मौजूद है पुरानी वाहनों का संचालन करना उचित नहीं है उपरोक्त पार्क प्रबंधन सभी पुरानी वाहन जिनकी अवधि 10 साल से अधिक पुरानी है उपरोक्त वाहनों को बाहर करते हुए नए वाहनों का पंजीयन करें जिससे वन व वन्य व वन्यप्राणी प्रदूषण से दूषित न रहे वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के हवाले से खबर है कि वर्तमान अध्यक्ष की व साथ-साथ कुछ पूजी पतियों की वाहन जो 10 साल से पुरानी संचालित हो रही है जिसे प्रबंधन बाहर करने के निर्णय लेने में सक्षम नहीं हो पा रहा है *नोटिफिकेशन में नए वाहन प्रतिबंध नहीं* मध्य प्रदेश वन विभाग राजपत्र में पारित वाहन पंजीयन के नियम अनुसार नवीन पर्यटक जोन व पर्यटन रुझान एवं स्टेकहोल्डर्सओ के चर्चा के उपरांत वाहन जोड़ने का प्रावधान है जिसमें विगत वर्ष बांधवगढ़ द्वारा b7 नाम से गेट भी खोला गया है एवं नाइट सफारी को भी चालू किया गया है साथ ही साथ बांधवगढ़ में कुल वाहनों की पंजीयन संख्या 221 वर्तमान में मौजूद है किंतु पर्यटक धारण क्षमता बांधवगढ़ में कोर बफर नाइट सफारी व b7 गेट में वाहनों को मिलाकर लगभग 280 से उपर पर्यटक निर्धारित गाड़ियां होती है किंतु केवल 221 वाहनों का ही पंजीयन अभी वर्तमान में पार्क प्रबंधन के रिकॉर्ड में दर्ज है जिसके हिसाब से अभी वाहन का पर्याप्त जगह पंजीयन हेतु मौजूद है और राजपत्र 29 मई 2018 की कंडिका 7 की नियम 1 व 2 मैं दर्शाए गए नियमों को माने तो किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध रोजगार और नए वाहन पंजीयन पर नहीं है फिर भी पार्क प्रबंधन क्यों पंजीयन करने से कतरा रही है सोचने का विषय है
*एल ए सी ने रोजगार को कहा*
भारत सरकार द्वारा सभी टाइगर रिजर्व में स्थानीय सलाहकार समिति गठित कर टाइगर रिजर्व से संबंधित समस्याओं का रोजगार हेतु निर्णय करने का अधिकार दिया है जिसका समिति का अध्यक्ष कमिश्नर होते हैं जिस के परिपालन में अभी हाल में ही माह जून में शहडोल संभाग कमिश्नर के द्वारा रोजगार के संबंध में मीटिंग करते हुए निर्णय दिया गया कि टाइगर रिजर्व से लगे सभी स्थानीयओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा किंतु शायद एलएसी का आदेश प्रबंधन और रसूखदारो की मिलीभगत में पानी फिरता नजर आ रहाहै *जिप्सी यूनियन पर दबंगों का कब्जा* बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मैं संचालित हो रहे पर्यटक सफारी हेतु जो रोस्टर संचालन किया जाता है यदि उपरोक्त रोस्टर को उठाकर देखा जाए जिसमें शासकीय कर्मचारी का वाहन जो बालक ,पत्नी के नाम पर पंजीयन है वहीं दूसरी ओर सरपंच, सचिवों का वाहन पत्नी वह भाइयों के नाम पर संचालित हो रहे हैं जिससे स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोगों के साथ ही अन्याय हैं उपरोक्त संबंध में वाहन न जोड़ने का उठाया गया कदम स्थानी जनों के जीवन व्यापन के लिए घातक होगा समाचार के माध्यम से ग्रामीणों ने अपील किया है की स्थानीय जनों की गाड़ियों का रोजगार के तौर पर पार्क प्रबंधन पंजीयन करें