सरपंच-सचिव व उपयंत्री मिलकर खा गये ग्रेवल रोड का पैसा

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3 साल में हुए निर्माण कार्याे की होगी जांच

उमरिया। जिले की ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्याे में जमकर धांधली हो रही है, संभागीय मुख्यालय की समीपी ग्राम पंचायत ओदरी में नायक के घर से श्मशान घाट तक जाने वाली सड़क में भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। इस सड़क में दो-चार सौ टोकनी मिट्टी डालकर 3 लाख 89 हजार रूपये निकाल लिया गया है, इस सड़क की चौड़ाई भी 10 मीटर से कम है, रोलर भी नहीं चलाया गया है, फर्जी मस्टर रोल भरकर शासकीय राशि की बंदरबांट किया गया है।
बरसात में कीचड़ से सनी सड़क
सड़क निर्माण में मानपुर रोड के किनारे बोर्ड लगा है, जिसमें फरवरी 2021 का शुरू होना लिखा गया है, साथ ही लागत राशि 14 लाख 86 हजार रूपये दर्शाई गई है, लेकिन सड़क में अभी तक सिर्फ मिट्टी का छिड़काव किया गया है। बरसात के इस मौसम में जगह-जगह गड्ढे हैं और पानी भरे हुए हैं। जहां पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है, बोर्ड में मजदूरी 190 रूपये दर्शाई गई है, लेकिन इंजीनियर द्वारा मूल्याकंन किये जाने पर 175 रूपये ही मजदूरों को दी गई है।
फर्जी मस्टर रोल पर राशि आहरित
सड़क का काम फरवरी 2021 से बंद है, इस सड़क के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि शुरूआत में इस सड़क पर 20-25 मजदूर ही काम किये हैं, लेकिन प्रथम मस्टर पर 65 मजदूर लगे हैं, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत के किसी भी कार्य में आज तक इतने व्यक्तियों को कार्य में नहीं लगाया गया है। सरपंच, इंजीनियर ने मिलकर अपने मनचाहे लोगों का नाम डालकर भुगतान आहरण कराते हुए भारी भ्रष्टाचार मचाये हैं। जबकि मजदूरी का भुगतान तो, लगभग पूरा निकाल लिये हैं, लेकिन मटेरियल की राशि एक भी आहरित नहीं की गई है। इससे साफ झलकता है कि लेबर भुगतान को पूरा निकालकर कार्य को पूर्ण कर लिया गया है।
स्वीकृत राशि का दुरूपयोग
पंचायत में सिद्धबाबा से पंडित के घर तक रोड, नवीन तालाब, मेढ़ बंधान, पुलिया निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। यहां पंचायत के नीचे लेकर जनपद पंचायत के कर्मचारियों ने कमीशन का बंदर बांट किया गया है। लोगों ने बताया कि इस पंचायत में सरपंच का काम हस्ताक्षर तक सीमित है, सचिव और रोजगार सहायक व जनपद के उपयंत्री से लेकर एसडीओ तक स्वीकृत राशि का दुरूपयोग किया है।
काम के मजदूरों को लाले
पंचायत में हुए निर्माण कार्य की अगर उच्च स्तरीय जांच कराई जाये तो, चौकाने वाले परिणाम सामने आयेंगे। यहां पदस्थ एसडीओ मंत्री का रिश्तेदार होने की वजह से उपयंत्री और सचिव खूब मनमानी कर रहे हैं। इस कोरोना काल में मजदूरों के काम के लिए लाले पड़े हुए हैं और यहां स्वीकृत निर्माण कार्य होने के बाद भी कागजों में औपचारिकताएं पूरी करके बंदर बांट किया जा रहा है।
जिम्मेदारों हो कार्यवाही: कलेक्टर
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से सीईओ जनपद पंचायतों को निर्देशित किया है कि जिन ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य अपूर्ण है, यदि वे एक सप्ताह के भीतर प्रगति नही लाते हैं तो उनके विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित करेें। प्रधानमंत्री आवास के जिन हितग्राहियों द्वारा आवास पूरा नही किया जा रहा है या प्रारंभ नही किया गया है , उनकी आरआरसी जारी करे। आपने कहा कि संबल योजना के तहत तेंदूपत्ता संग्राहको का संबल , पंजीयन सत्यापन तथा कोविड सहायता के लंबित प्रकरणों का सत्यापन सुनिश्चित करे। विधायक मद से स्वीकृत निर्माण कार्यो को शीघ्र पूर्ण कराएं तथा आकांक्षी योजना की सभी विभागों से फीडिंग सुनिश्चित कराएं।

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