पेंटर बृजराज के नाम से डॉक्टर बन गया सत्येंद्र,एक महिला के इलाज में हुई लापरवाही से मौत के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा

पेंटर बृजराज के नाम से डॉक्टर बन गया सत्येंद्र,एक महिला के इलाज में हुई लापरवाही से मौत के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा
जबलपुर/कटनी ।। जबलपुर में एक और फर्जी डॉक्टर का मामला सामने आया है जहां कटनी के युवक के नाम पर एक शख्स जबलपुर के निजी हॉस्पिटल में डॉक्टर बनकर डॉक्टरी करता रहा. लेकिन उससे हुई लापरवाही में एक महिला की मौत हो गई और उसके फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया. आरोपी का नाम सतेंद्र सिंह है, जो जबलपुर के मार्बल हॉस्पिटल में बतौर डॉक्टर लोगों का इलाज करता था.
जानकारी के अनुसार सतेंद्र सिंह अपनी असल पहचान छिपाकर एमबीबीएस MBBS डॉक्टर बृजराज सिंह उईके के नाम से जाना जाता था. आरोपी सतेंद्र की 10वीं, 12वीं से लेकर जाति प्रमाण सब ब्रजराज सिंह उईके का है. ब्रजराज सिंह उईके अपना परिवार चलाने के लिए कटनी के रंगनाथ थाना क्षेत्र का निवासी है और पेंटिंग का काम करता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सत्येंद्र सिंह जबलपुर के सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में बृजराज उईके बनकर पढ़ता रहा.उसने बृजराज के नाम पर डिग्री भी प्राप्त कर ली.
इस संबंध मे प्राप्त जानकारी अनुसार सतेंद्र सिंह और बृजराज सिंह उईके दोनों दोस्त हैं. दोनों ने 12वीं तक की पढ़ाई कटनी में पीयूष स्कूल मे साथ की थी.उसके बाद MBBS की पढ़ाई के लिए जबलपुर नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज चला गया.अच्छे दोस्त होने के चलते सतेंद्र ने बृजराज की 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और जाति प्रमाण पत्र लेते हुए उसके नाम का इस्तेमाल किया और बृजराज के नाम से डॉक्टर बन गया.इस मामले को लेकर बृजराज से पूछताछ फरवरी में हुई थी. जो लगातार जारी है. जिसमें जांच टीम को सभी जानकारी दे दी है.फर्जी डॉक्टर का भांडा तब फूटा, जब एक रेलवे अधिकारी की मां की इलाज के दौरान मौत हो गई। संदेह के चलते जांच हुई और पुलिस ने जब असली बृजराज तक पहुंच बनाई, तो वो कटनी जिले के रंगनाथ नगर थाना क्षेत्र के झर्रा टिकुरिया में पेंटिंग करता मिला। फिलहाल पुलिस अब पूरे मामले की गंभीरता से जांच में जुट गई है.