ढूंढो और इनाम पाओ : इस सोसाइटी का पार्क,मंदिर और स्कूल
Riport : Anil Tiwari
शहडोल। एम पी का आदिवासी बाहुल्य जिला भले ही संभाग क्यों न बन गया हो पर आज भी इस संभाग के वाशिंदे उतने ही भोले भाले है जितने पहले थे और कुछ उतने ही शातिर है जो दशकों पहले थे, मामले की शुरू से समझने की जरूरत है, उस समय कांग्रेस का शासनकाल था, पहले इसी जिले का हिस्सा और वर्तमान में पड़ोसी जिले उमरिया के मंगठार में स्थित संजय गांधी ताप विद्युत गृह के नाम पर तब के खाटी कांग्रेस नेता ने एक सोसायटी बनाई और नाम दिया संजय गांधी हाउसिंग सोसायटी।
शहडोल के बड़े कांग्रेस नेता स्व शिवकुमार नामदेव के साथ इस सोसायटी में आर. डी. शर्मा उनके सहयोगी बने,मुख्यालय का एक बड़ा भू भाग सोसायटी के नाम पर कालोनी बनाने के लिए आवंटित करवाया गया,इस सिंधी समाज के मानिक चंद्र को शामिल किया गया और स्थानीय सिंधियों को भू खंड आवंटित करवाए गए, जानकारों पर यकीन करें तो इसके बाद इस संजय गांधी हाउसिंग सोसायटी का नाम सिंधी कालोनी रखा गया।
समय ने करवट बदली आज श्री नामदेव जी इस दुनिया में नहीं है और उनके पीछे इस कालोनी के लिए आवंटित भू खंडों पर निर्माण कार्य जारी है,
यह मामला जब सामने आया तो संजय गांधी हाउसिंग सोसायटी में पार्क,स्कूल और मंदिर के नाम आवंटित भू खंड भी खोजे जाने लगे,साथ ही जिन चौड़े चौड़े मार्गो के लिए कॉलोनी के बीच की जमीन रिक्त की गई थी वह रकवा भी न सिर्फ सिकुड़ गया बल्कि समय के साथ साथ मौके से गायब भी हो गया, रिकार्ड बताते है की एक नाला भी था जो मुख्य सड़क पार कर मुक्तिधाम की और से आया या गया है वह भी सिकुड़ कर रह गया।
कही प्रतापीलाल भू खंड के मालिक बन गए तो कुछ रकवा मुफ्त में नेता को भेंट में दे दिया गया,औरो ने भी अपनी अपनी आवाज के हिसाब से वर्गफीट नाप लिए,पर सोसायटी के आवंटित स्थल कहां गए।
(लगातार…….शेष….अवशेष तक)