जारी है सचिव के भ्रष्टाचार का शासन

जारी है सचिव के भ्रष्टाचार का शासन
विजय तिवारी ने शासन को फिर दे दी चुनौती
डैम के पानी की बहाव कहीं और तो शासन के पैसों का बहाव कहीं और
मूक दर्शक बने नीचे से लेकर उच्च अधिकारी तक
पानी के लिए पानी की तरह शासन का पैसा बहाया जा रहा है और उसमे जनपद से लेकर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार डुबकी लगा रहे है, सब कुछ सामने देखने के बाद भी मौन धारण करने वाले जनप्रतिनिधि भी कम नही है, अपने ही जिले व जनपद के घटिया कार्यप्रणाली से नाखुश नही होते, इसलिए आज भी भ्रष्ष्टाचार कर गुणवत्ताविहीन निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है।
अनूपपुर। जनपद पंचायत अनूपपुर (बदरा) में भ्रष्टाचार को थामने वाले अधिकारी स्वयं मूल्यांकन कर गलत काम को सही कर आगे बढाकर राशि जारी कर देते हैं। जब उच्च अधिकारी ही कमीशन के चक्कर में कार्य को गुणवत्ता विहीन, कार्य का सही तरीके से न होना पाये जाने पर भी नजर अंदाज कर रहे हैं तो ऐसे जनपद पंचायत के नीचे से लेकर उच्च अधिकारी तक सबकी जांच होनी आवश्यक है। दरअसल स्टाप डैम नगडारी नाला में शिवनाथ सिंह के खेत के पास का निर्माण मौके पर जाकर देखने से हास्य पद एवं भ्रष्टाचार की सीमा को लांघते हुये बना है एवं पूरा पैसा उच्च अधिकारी के मूल्यांकन के फलस्वरूप निकाल भी लिया गया है।
स्टाप डैम के नाम से पैसों का आहरण
जनपद पंचायत अनूपपुर (बदरा), ग्राम पंचायत धुरवासिन में स्टाप डैम निर्माण कार्य नगडारी नाला में शिवनाथ सिंह के खेत के पास जिसमें आधी राशि निकलने के पश्चात समाचार पत्र के माध्यम से बताया गया था कि शिवनाथ सिंह के खेत के पास स्टाप डैम पूरी तरह से भ्रष्ट है एवं पानी स्टाप डैम के बगल से बह रहा है फिर भी उच्च अधिकारियों द्वारा सबको धता बताते हुये सचिव विजय तिवारी से मिलकर राशि जारी कर दी और सचिव ने 21.11.2022 को पूरी राशि पटेल ट्रेडर्स के फर्म के नाम से निकाल ली। जबकि स्टाप डैम पानी के ठहराव के लिये बनाया जाता है। स्टाप डैम गुणवत्ता विहीन बनाते हुये पानी को स्टाप करने के लिये नहीं बल्कि पैसों को अपने झोली में डालने के लिये बनाया गया है।
सचिव से हुई थी चर्चा
ग्राम पंचायत धुरवासिन के सचिव विजय तिवारी से स्टाप डैम के विपरीत पानी का बहाव के बारे में जब मोबाईल के माध्यम से चर्चा की गई तो सचिव विजय तिवारी ने बताया था कि अभी पूरी राशि भी नहीं निकली, पानी के बहाव के कारण कटाव हो गया है मिट्टी का भराव कराया जायेगा, लेकिन न भराव हुआ न ही गुणवत्तायुक्त बनाया गया और पूरी राशि निकाल ली गई।
आखिर प्रशासन मौन क्यों?
ग्राम पंचायत धुरवासिन में खुल कर हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद भी प्रशासन मौन क्यों है, यह सब जांच का विषय है। इस पंचायत के हर भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद भी यहां पदस्थ सचिव विजय तिवारी मुख्यमंत्री के आदेश को दर किनार करते हुये भ्रष्ट से भी भ्रष्ट काम करते हुये बस शासन के पैसों को अपने झोली मे डाल रहे हैं। इनके इस भ्रष्टाचार के कृत्यों पर आखिर प्रशासन चुप्पी क्यों साधे हुये है।
इनका कहना है
जितने भी स्टाप डैम बने है सबकी जांच चल रही है मै एई से बोल दूंगी की जांच कर कार्यवाही करें।
उषा किरण गुप्ता, सीईओ
जनपद पंचायत अनूपपुर