शहडोल को मिले चार शव वाहन, मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल को 2-2 वाहन आवंटित

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अब शासकीय अस्पतालों से श्मशान घाट तक नि:शुल्क शव वाहन सेवा उपलब्ध
शहडोल। जिले में चिकित्सा सेवाओं को और सुदृढ़ करते हुए लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने चार नवीन शव वाहन उपलब्ध कराए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राजेश मिश्रा ने जानकारी दी कि जिले को प्रदाय किए गए इन चार शव वाहनों में से दो वाहन मेडिकल कॉलेज शहडोल और दो वाहन जिला अस्पताल  को आवंटित किए गए हैं।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि ये शव वाहन केवल जिले की सीमा के भीतर ही अपनी सेवा देंगे। इनका उद्देश्य शासकीय अस्पतालों में होने वाली मृत्यु के उपरांत शव को अस्पताल से श्मशान घाट या कब्रिस्तान तक पहुंचाना है। इस सुविधा से उन परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी जो अचानक किसी परिजन के निधन के बाद शव को ले जाने के लिए साधन की समस्या से जूझते हैं।
नोडल अधिकारी नियुक्त, संपर्क विवरण जारी
इस व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए डॉ. अनसुमान सोनारे को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। किसी भी स्थिति में शव वाहन की आवश्यकता होने पर उनसे संपर्क किया जा सकता है।
डॉ. अनसुमान सोनारे (नोडल अधिकारी): 7994756571
सिविल सर्जन सह अधीक्षक जिला अस्पताल, शहडोल: 9424646797
108 एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से होगा संचालन
इन शव वाहनों का संचालन राज्य की 108 एम्बुलेंस एमरजेंसी सेवा के माध्यम से किया जाएगा। इस सेवा के जिला समन्वयक नौसाद हसन होंगे।शव वाहन की सेवा के लिए प्राथमिकता उन मामलों को दी जाएगी जहां मृत्यु शासकीय अस्पतालों में उपचार के दौरान हुई हो। यह सेवा मृतक के परिवार को बिना किसी शुल्क के उपलब्ध कराई जाएगी।
निजी अस्पताल और घरों पर नहीं मिलेगी सुविधा
सीएमएचओ डॉ. मिश्रा ने स्पष्ट किया कि यह सेवा केवल शासकीय अस्पतालों से शवों को अंतिम संस्कार स्थलों तक पहुंचाने के लिए उपलब्ध है। निजी अस्पतालों, निवास स्थानों या किसी अन्य निजी स्थल पर हुई मृत्यु के लिए यह सुविधा लागू नहीं होगी।
स्वास्थ्य सेवा में एक नई पहल
 जिले में यह कदम स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक मानवता-प्रधान और संवेदनशील पहल के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल चिकित्सा संस्थानों की जिम्मेदारी बढ़ी है बल्कि नागरिकों को भी संकट की घड़ी में राहत मिलेगी।

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