शारदीय नवरात्रि महोत्सव : सिंहपुर में आस्था, संस्कृति और परंपरा का संगम
शहडोल। माँ काली एवं राम जानकी मंदिर प्रांगण सिंहपुर में इस वर्ष भी शारदीय नवरात्रि महोत्सव बड़े हर्षोल्लास और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। माँ की असीम अनुकंपा से राम जानकी सेवा संस्थान के तत्वावधान में कई वर्षों से यह आयोजन निरंतर हो रहा है, जो आज आस्था और संस्कृति का प्रतीक बन चुका है।महोत्सव का शुभारंभ 22 सितम्बर को कलश एवं मूर्ति स्थापना के साथ हुआ। प्रतिदिन प्रातः 10 बजे कलश पूजन और संध्या 7 बजे आरती का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें भक्तगण बड़ी संख्या में शामिल होकर माँ जगतजननी का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। 27 सितम्बर को छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य की विशेष प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को आकर्षित किया। इसी प्रकार 30 सितम्बर को महाआरती, देवी जागरण एवं झांकी का आयोजन होगा, वहीं 1 अक्टूबर को हवन एवं कलश विसर्जन सम्पन्न किया जाएगा।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 2 अक्टूबर को आयोजित दशहरा महोत्सव रहेगा। इसमें रामलीला, रावण वध का मंचन और रावण दहन जैसे भव्य आयोजन होंगे। यह पल भक्तों के लिए न केवल धार्मिक उत्साह का क्षण होगा बल्कि सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करने का अवसर भी प्रदान करेगा।
आयोजन मंडल ने सिंहपुर सहित आसपास के सभी श्रद्धालुओं, ग्रामीणों और नगरवासियों से अपील की है कि वे इस पावन पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और इसे ऐतिहासिक बनाएँ। उनका कहना है कि जब समाज के सभी वर्ग मिलकर भागीदारी करते हैं तभी ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन सफल हो पाते हैं।
कई वर्षों से लगातार आयोजित हो रहा यह नवरात्रि महोत्सव सिंहपुर की पहचान बन चुका है और जन-जन की आस्था का प्रतीक है। श्रद्धालु परिवार सहित यहाँ आकर माँ दुर्गा की आराधना कर पुण्य के भागी बनते हैं। इस अवसर पर पूरा मंदिर परिसर भक्ति, भजन और माँ के जयकारों से गूंजायमान हो उठता है, जो श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।