रमजान माह में छः वर्ष की मासूम हानिया फातिमा ने रखा पहला रोजा।
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गौरेला: रमजान का महीना हर मुसलमान के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसमें 30 या 29 दिनों तक रोजे रखकर खुदा की इबादत की जाती है। रमजान के पवित्र माह में घर के छोटे-बड़े बुजुर्ग और मुस्लिम महिलाएं रोजा रखती हैं। ऐसे में बड़ों को रोजा रखते देख अब मासूम भी खुदा की इबादत करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही एक नजारा गौरेला में देखने को मिला। यहां 6 साल की हानिया पिता अहफाज नियाजी ने पहला रोजा रख नमाज भी पढ़ी ।
खुदा की इबादत का है जज्बा
मासूम हानिया फातिमा की उम्र महज अभी 6 साल की है। लेकिन खुदा की इबादत का जज्बा इस कदर है कि उन्होंने गर्मी की परवाह ना करते हुए रमजान माह का पहला रोजा रखा। और दिनभर बिना कुछ खाए पिए खुदा की इबादत की। वैसे तो हानिया फातिमा अभी पढ़ाई और खेलकूद की है, लेकिन छोटी सी उम्र में जिस तरह से पवित्र रमजान माह का पहला रोजा रखा बल्कि विशेष नमाज अदा कर परिवार की खुशहाली की दुआ भी की।
वहीं छह वर्षीय हानिया फातिमा के द्वारा पहला रोजा रखने पर बड़े पिता जी जुल्फिकार नियाजी सानू एवं बड़ी मम्मी एवं पिता पूर्व पार्षद अह्फाज नियाजी और उनकी मां तनवीर अंजुम सहित परिवार ने खुशी जताई है। जब से रमजान माह की तैयारी शुरु हुआ है, तभी से हानिया रोजा रखने की जिद कर रहे थे। जिसके चलते रमजान के पहले रोजे को अपना पहला रोजा रखा। पहले रोजे के दौरान मासूम ने दिनभर खुदा की इबादत की और शाम को रोजा खोल कर नमाज अदा की ।