खैरहा में खनिज व कबाड़ माफिया का आतंक : बड़ी घटना का अंदेशा
खन्नाध, पड़मनिया, बोडरी,चौराडीह बने अवैध खनन के ठीहे
शहडोल। जिले में रेत खनन को लेकर बीते दिनों ही एएसआई की हत्या कर दी गई थी इसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए तमाम थाना क्षेत्र में अवैध उत्खनन के ठीहो पर जांच की गई और दबिश दी गई दर्जन भर से अधिक कार्यवाहियां की गई लेकिन जिले का एक थाना क्षेत्र ऐसा भी है जहां पर रेत और पत्थरों का अवैध खनन अपने पूरे शबाब पर है यही नहीं तमाम प्रयासों के बाद भी यहां अवैध कबाड़ का काम रुकने का नाम नहीं ले रहा है बदमाश लगातार कोल माइंसों की कालरियों और कॉलोनीयों को अपना निशाना बना रहे हैं दूसरी तरफ दर्जन पर ऐसे ठीहे हैं जो रेत के अवैध खनन के लिए अपनी पहचान बनने जा रहे हैं लंबे अरसे से खैरहा में एक ही थाना प्रभारी की नियुक्ति और समय-समय पर उनकी कार्यशैली पर उठ रही उंगलियां कहीं ना कहीं क्षेत्र में पनप रहे अवैध कार्यों को बोल दे रही हैं।
इन स्थानों से हो रहा अवैध खनन
खैरहा थाना के साथ सटे सिंहपुर थाना क्षेत्र में इन दिनों रेत माफियाओं को प्रशाशन के तरफ से खुली छूट प्रदान की गई है,स्थानीय स्तर पर पुलिस और फारेस्ट के जिम्मेदारों को आपस में मिलाकर तथाकथित बदमाश दर्जन से अधिक स्थानों से रेत का अवैध खनन कर रहे है,खैरहा से नरगी के मध्य सरफा व बैसहा नदी से लगे ग्राम व इससे सटे थाना क्षेत्रों के खन्नाथ, नौगमा, बोडरी, सिंहपुर,पडमनिया,छाता, धनपुरा,चौराडीह,बरतरा,चिटुहला, बिक्रमपुर व इनसे लगे ग्रामो में काले रेत का काला कारोबार चरम पर है क्षेत्र के कुछ रेत माफियाओ भूषण पटेल,नीलेश पटेल, अमित , बुद्धशेन , प्रभू दयाल पटेल, आशीष के नाम शामिल है ये सभी खन्नाथ निवासी है और एक ही कुनबे से ताल्लुक रखते है। जबकि इनका कारोबार खन्नाथ, नौगमा, छिरहटी तक फैला हुआ है, इनके साथ बिपिन उर्फ छोटटू,पंकज, रिंकू दुबेदी,लाला ये चारो बोडरी निबासी पूर्व से इनके ऊपर खनिज संबंधी मामले दर्ज हैं इनका कारोबार खन्नाथ से लेकर मझिहार के सीमा क्षेत्र से लगे बैसहा व सरफा तक फैला है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर ट्राली रेत निकालकर क्षेत्र में 4000 रुपये में बेंचा जाता है। जिसकी खबर और ट्रैक्टरों के नंबर की सूची थाने के जिम्मेदारों के पास भी है।
नाम का बालू, पर है कबाड़ी
खैरहा थाना क्षेत्र अंतर्गत बालू नाम का शातिर बदमाश बीते कुछ महीनो से पुराने अवैध कबाड़ के कारोबार के साथ अब अवैध रूप से शराब और खनिज का भी अवैध उत्खनन करने में मशगूल है, स्थानीय कोल माइंसों को अपना निशाना बनाकर बदमाश क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका है, अपने दो पुत्रों के साथ मिलकर बालू नामक तथाकथित कबाड़ी इसके खिलाफ पूर्व में जिला बदर तक की कार्यवाही प्रस्तावित की गई थी, लेकिन कानूनी पेचीदगियों का लाभ लेकर उसने अपने कारोबार को अपने पुत्रों के साथ मिलकर कई गुना बढ़ा लिया है, क्षेत्र की माइंस में हथियारबंद लोगों को गिरोह के रूप में स्थानीय राजेंद्र, नौगमा और खैरहा तथा आसपास की माइंसों व कॉलोनी में उतर जाता है और बड़े पैमाने पर कबाड़ के आड़ में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, बीते कुछ माहों से कथित कबाड्डी स्थानीय पुलिस के संरक्षण में अवैध खनन और शराब के कारोबार में भी हाथ पैर फैला रहा है।