रेत चोरों का आंतक, गली-गली में लाखों का रेत किया स्टाक

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Shrisitaram patel – 9977922638

शासन को राजस्व की हानि में पुलिस की भूमिका संदिग्ध

रेत चोरो का आंतक, गली-गली में लाखों का रेत किया स्टाक
ग्राम सीतापुर और बरबरसपुर के हर चौथे घर में रेत का अवैध भण्डारण

जिले में वैद्य रूप से रेत का नियमित संचालन न होने के कारण बाजार में मांग बढी और रेत चोर सक्रिय हो गये, पुलिस की सह पर इतनी रेत चोरी की गई कि कुछ ही दिनो में रेत चोर लखपति बन गये। अब उन्हे न तो खनिज विभाग का खौफ है  और न ही नियम-कानून का, खुलेआम सीतापुर और बरबसपुर में अलग-अलग जगह लाखों का रेत स्टाक कर बेंच रहे है।

अनूपपुर। जिले का हाल कुछ यूं रहा कि वित्तीय वर्ष में अब तक रेत की वैद्य खदानों का ठेका नियमित रूप से संचालित नही हो सका है, ठेकेदार का सरेंडर कर देना और फिर अलग-अलग खदानों का कुछ दिनों बाद संचालन होना जिलेवासियों के समझ से परे था। जिले में रेत की मांग लगातार बढती चल गई और नदी- नालों से लोगों ने रेत की चोरी करना शुरू कर दिया। पुलिस और खनिज विभाग पूर्णत: निष्क्रीय दिखाई दिया, यही कारण था कि रेत चोर काफी मात्रा में सक्रिय हो गये और पूरी रात्रि बडी-बडी गाडियों से रेत का अवैध कारोबार शुरू कर दिया गया।
ठेका बंद, कार्य चालू
जिले में रेत का वैद्य संचालन पूर्णत: बंद रहा, रेत की मांग इतनी ज्यादा थी कि लोग   रेत के लिए परेशान होने लगे। पुलिस और खनिज विभाग का हस्ताक्षेप के कारण कुछ दिनों तक बंद रहा, लेकिन जैसे ही रेत चोरो का सांठ-गांठ पुलिस से बना तो उन्होने चोरी करना शुरू कर दिया। वर्तमान में जिलेभर में जगह-जगह रेत का भण्डार दिखाई दे रहा है और सभी निर्माण कार्य शुरू है। आज भी महज 2 खदाने स्वीकृत की गई है, उसके बावजूद भी शासकीय तथा गैर शासकीय कार्य शुरू है, उन्हे कभी भी रेत की कमी चोरो ने महशूस तक नही होने दिया।
यहां है रेत का अवैध भण्डारण

कोतवाली अंतर्गत ग्राम सीतापुर एवं बरबसपुर के हर चौथे घर में रेत का अवैध भण्डारण किया गया है। प्रतिदिन सोन नदी व बकान नदी के अलावा अन्य छोटे नालों से रेत की चोरी करने लगे। सोन नदी से रेत चोरी कर घर के पास बने बाडे, खेत व खलिहान में अवैध रूप से भण्डारण किया गया है। चूंकि चोरे ने अलग-अलग जगहों पर कम मात्रा में इसलिए एकत्र किया है कि खनिज विभाग नियमानुसार कार्यवाही भी नही कर सके। एक साथ भण्डारण होने से नियम के विपरीत हो जायेगा, इसलिए रेत चोरो ने अलग -अलग स्थानों पर लाखों रूपए का अवैध भण्डारण किया हुआ है।
ये है रेत चोर

जिला मुख्यालय में सबसे अधिक रेत चोरी कर विक्रय करने वाले और अवैध भण्डार करने वालो में विक्रम सिंह, गोपाल राठौर, देवीदीन, नितिन सिंह, संतदास यादव, प्रकाश सिंह सहित दर्जनों ऐसे गुमनाम चोर है जिनका नाम पुलिस की डायरी के अलावा कहीं और नही है। कभी प्रति गाडी के हिसाब से तो कभी महीने के हिसाब से कमीशन तय कर पुलिस विभाग इन चोरो छूट दे रखा है, यही कारण है कि कई बार कोतवाली के अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में मारपीट, गाली-गलौच जैसे मामने सामने आते रहे है वही पुलिस के हत्या के प्रयास भी हो चुके है, उसके बावजूद भी जिले की व्यवस्था में सुधार नही हुआ है।
इनका कहना है
हम टीम भेजकर इसकी जांच करायेंगे, अगर काफी मात्रा में रेत का भण्डार किया गया होगा, उसके ऊपर कार्यवाही कर जब्ती भी की जावेगी।
आशालता वैद्य, खनिज अधिकारी अनूपपुर

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