कलेक्ट्रेट सहित खनिज विभाग में वायरल हो रहा रेत ठेकेदार की मनमानी का काला चिट्ठा

अनूपपुर।वह ठेकेदार के द्वारा जिले में की जा रही मनमानी की शिकायत संगठन में परिवर्तन होने केबाद फिर स-र से उठती नजर आ रही है कलेक्टर कार्यालय सहित खनिज शाखा में वर्तमान में रेत का कारोबार कर रहे ठेकेदार के द्वारा की जा रही मनमानी का एक काला चिट्ठा चर्चा में है विभिन्न बिंदुओं पर शिकायत वाले इस चित्त को लेकर खनिज विभाग और खनिज माफिया के अंदर खाने पर हो रही चर्चाओं पर यकीन करें तो उसमें अभी तोल मोल के बोल जैसा हिसाब किया जा रहा है शिकायत पत्र जिस पौधे से निकलकर आया है अगर वह सोशल मीडिया या राजधानी तक पहुंच जाए तो ठेकेदार की मनमानी पर पूरा विराम भी लग सकता है यही कारण है कि अभी मैं पुराने के साथी ठेकेदार के तथा कथित मन अभी मोल भाव में जुटे हुए हैं।
यह है की गई शिकायत का मजनूम
भालूमाडा (पसान) क्षेत्र एवं जिले में नियम विरुद्ध संचालित रेत खदान के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के संबंध 13 बिंदुओं की शिकायत की गई है । नगर पालिका परिषद पसान क्षेत्र के भालूमाडा केवई नदी के आ.ख.नं. 1214 एवं 12 15 मे रखवा 6.082 हेक्टर में रेत खदान मनमानी तरीके से रेत ठेका कंपनी एसोसिएट ऑमर्स के द्वारा एनजीटी एवं सिया के दिशा के दिशानिर्देशों के विरुद्ध पर्यावरण एवं लोकहित को ध्यान में न रखते हुए खदान का संचालन किया जा रहा है।
01. आ. ख. न. 1214 एवं 12 15 में संचालित रेत खदान के चंद कदमों की दूरी पर लगभग 500 मीटर दूर एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र का फिल्टर प्लांट स्थापित है तथा मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना अंतर्गत ऐनीकट का निर्माण उसी स्थान पर किया जा रहा है सरकार के करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट रेत खदान के चंद कदमों की दूरी पर संचालित है रेत खदान से रेत के उत्खनन से यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से प्रभावित हो सकता है।
02. रेत खदान के संचालन से एसईसीएल एवं नगर पालिका पसान के दोनों पानी फिल्टर प्लांट बंद हो सकते हैं जो क्षेत्र के लिए चिंता का विषय है।
03. मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना अंतर्गत 33 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन ऐनीकट एवं फिल्टर प्लांट प्रभावित होने से नगर पालिका पसान क्षेत्र की लगभग 20000 आबादी पानी पीने के लिए मोहताज हो जाएगी।
04. रेत ठेकेदार के द्वारा नदी के अंदर रोपवे बनाकर रेत का पानी के अंदर से बड़ी मशीनों का उपयोग कर रेत का उत्खनन किया जा रहा है जिससे नदी का स्वरूप बदला जा रहा है।
05. रेत खदान संचालित होने से नदी के किनारे हजारों किसान गर्मी के दिनों में फल सब्जी लगाकर अपना जीवन निर्वाह करते हैं वह पूरी तरह से प्रभावित हो रहा हैं।
06. जिले में संचालित विभिन्न रेत खदानों के आस-पास एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुसार अभी तक वृक्षारोपण का कार्य रेत ठेकेदार के द्वारा नहीं किया गया।
07. स्कूल और चिकित्सालय में सोशल वेलफेयर फंड का उपयोग नहीं किया जा रहा है।
08. जिले भर में संचालित खदान से रेत उत्खनन कर परिवहन किए जाने वाले मार्ग पर पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है और ना ही वाहनों पर त्रिपाल का उपयोग किया जा रहा है जिससे प्रदूषण बढ़ रहा है और क्षेत्र के लोग परेशान हैं।
09. ठेकेदार के द्वारा पसान रेत खदान फॉरेस्ट विभाग के जमीन का उपयोग आवागमन एवं उत्खनन के लिए किया जा रहा है जिसकी जांच कर कार्यवाही की जाए।
10. मनमाने दाम पर रेत हो रही बिक्री पर रोक लगाई जाए एवं जनता को राहत पहुंचा जाए।
11. कोतमा के गोंहनडा में भूमि के बिना डायवर्शन के ही रेत का भंडारण करने की अनुमति दी गई जो जांच का विषय है।
12. पसान रेत खदान से रेत उत्खनन और बिक्री की जा रही है लेकिन टीपी जिले के अन्य खदानों की जारी की जा रही है जिसकी जांच कराई जाए।
13. जिले में संचालित समस्त रेत खदानों का सीमांकन कराकर स्थान का निर्धारण किया जाए और वर्तमान उत्खनन रिपोर्ट की समीक्षा की जाए।
अतः उक्त 13 बिंदुओं पर शीघ्र जांच कार्यवाही कर हमें कार्यवाही से अवगत करें। जिससे कि शासन के दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो सके और क्षेत्र को हो रहे नुकसान से बचाया जा सके।