आईपीएल के धूम-धड़ाके के पीछे सट्टोरियों का काला खेल

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प्रभात होते ही अनूपपुर से बदरा तक सट्टोरियों का संकल्प

(Amit Dubey+7000656045)
शहडोल। इन दिनों टेलीविजन पर आईपीएल की धूम है और साथ ही सट्टा खेलने वालों के लिए क्रिकेट का खेल किसी त्योहार से कम नहीं है। संभाग के अनूपपुर जिले के कई क्षेत्रों में आइपीएल के हर मैच और हर गेंद पर जमकर दांव लगाया जा रहा है। इसकी जानकारी जिले की पुलिस को भी है, बावजूद इसके अभी तक कहीं कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली है। बताया गया है कि आइपीएल पर सबसे ज्यादा सट्टा अपूपपुर और बदरा क्षेत्र में लगाया जा रहा है। जिला मुख्यालय सहित बदरा में खुलेआम शाम को भीड़ जुड़ जाती है और यहां सट्टे पर खुलकर डिस्कशन भी होता है। यही आस पास में ही सट्टा बुक भी हो रहा है और परिणाम आने के बाद लेन-देन भी खुलकर किया जा रहा है। हालांकिकुछ लोगों का कहना है किआइपीएल में रुचि रखने वाले लोग सट्टा नहीं खेल रहे बल्कि आपस में शर्त लगा रहे हैं। मामला चाहे जो हो जब तक पुलिस खुलकर इस मामले को नहीं देखेगी कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
प्रभात होते ही शुरू खेल
अनूपपुर जिले के बदरा में प्रभात होते ही अतुल, रवि द्वारा आइपीएल पर सट्टे के दांव लगवा रहे हैं, इस खेल को खेलने में युवा वर्ग लगा हुआ है। बताया गया है कि सट्टा खिलाने वाले लोग बहुत ही सुनियोजित ढंग से इस काम को अंजाम दे रहे हैं। सट्टा खिलाने के लिए टेलिविजन सेट, कम्पयूटर सेट और मोबाइल का उपयोग किया जा रहा है। इस संबंध में पुलिस के कुछ अधिकारियों से चर्चा हुई तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन तक कोई जानकारी अभी नहीं पहुंची है। यदि उन्हें सट्टे की जानकारी मिलेगी तो निश्चित तौर पर कार्यवाही करेंगे।
मैच के चार पार्ट पर सर्वाधिक सट्टा
सट्टाकारोबारियों ने मोटे तौर पर हर मैच को चार हिस्सों में बांट रखा है। 20-20 मैचों की एक पारी के शुरुआती दस ओवर के रन, फिर अगले दस ओवर के रन, इसके बाद दूसरी पारी के दस-दस ओवर के रनों पर सट्टा लगता है। इस बीच पावर प्ले में बनने वाले रनों की संख्या विकेटों की संख्या पर भी सट्टा लगता है। बॉल दर बॉल भी सट्टेबाजी चलती रहती है। नजदीकी मुकाबलों में मैच के अंतिम क्षणों में भारी सट्टा खेला जाता है।
शहर में सट्टा खिलाने का संकल्प
सटोरियों की माने तो पुलिस से कुछ भी छिपा हुआ नहीं है। कहने को तो यह अवैध कारोबार चोरी-छुपे चालाकी से होता है, लेकिन पुलिस को इसकी कच्ची-पक्की जानकारी जरूर रहती है। लेकिन अब तक हुए मैचों में सट्टे को लेकर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होने से यही माना जा रहा है कि मोहल्लों से संबंधित कांस्टेबल पुलिस के आलाफसर सट्टे के अवैध कारोबार से बेखबर है। यही वजह है कि गुमराह युवाओं की गाढ़ी कमाई सट्टे की भेंट चढ़ रही है। अनूपपुर जिला मुख्यालय में संकल्प लेकर सटेरिया सट्टा खिला रहा है। उल्लेखनीय है कि सट्टा कारोबार के जाल में फंस कर जिला मुख्यालय के अलावा बदरा में दर्जनों युवक बर्बाद हो चुके हैं, तो अनेक युवक अपने घर के जेवरात, जमीन तक दांव पर लगा चुके हैं। कई युवक कर्जदार बनकर भी घूम रहे हैं।

 

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