करोड़ों के घोटाले का जिन्न आया बाहर, प्रयास को मिला फिर अल्टीमेटम

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सहायक संचालक डॉ. प्रयास कुमार प्रकाश को आरोप पत्र जारी
शहडोल। कमिश्नर नरेश पाल द्वारा सहायक संचालक आदिम जाति विकास शहडोल डॉ. प्रयास कुमार प्रकाश को वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतों की जांच के बाद विभागीय जांच संस्थित किये जाने हेतु आरोप पत्र जारी किया गया है। आरोप पत्र में कमिश्नर द्वारा लिखित प्रतिवाद 15 दिवसो के अंदर अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने हेतु कहा गया है। गौरतलब है कि, कमिश्नर नरेश पाल द्वारा सहायक संचालक आदिम जाति विकास डॉ. प्रयास कुमार प्रकाश की गंभीर शिकायते प्राप्त होने के बाद जांच कराई गई।
पहले ही पुष्ट हो चुका है भ्रष्टाचार
डॉ. प्रयास कुमार प्रकाश द्वारा उनके परियोजना अधिकारी के कार्यकाल के दौरान गंभीर आर्थिक अनियमितताएं की गई थी। जिनका उल्लेख महालेखाकार के ऑडिट रिपोर्ट में महालेखाकार द्वारा दर्शाया गया है। उक्त अनियमितताओं की विस्तृत जांच उपायुक्त आदिम जाति कल्याण, जिला कोषालय अधिकारी एवं लेखा अधिकारी जिला पंचायत से कराई गई। उनके द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन में अनियमितताओं की पुष्टि की गई थी, जिसके फलस्वरूप कमिश्नर द्वारा विभागीय जांच के लिये आरोप पत्र जारी किया गया है।
ढाई से तीन करोड़ का गड़बड़ाझाला
कमिश्नर द्वारा जारी आरोप पत्र में कहा गया है कि, डॉ. प्रयास कुमार प्रकाश द्वारा सहायक परियोजना प्रशासक आदिवासी विकास के प्रभार में रहते हुए मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा भुईबांध में वित्त विभाग की बिना अनुमति के बैंक खाता का संचालन कर अर्जित ब्याज की राशि शासकीय कोष में जमा नहीं की गई, बैगा बेरोजगार युवको को कौशल उन्नयन के प्रशिक्षण कराएं बिना रूपये 27.40 लाख का व्यय किया गया, आदिवासी विकास परियोजना से स्वीकृत स्व रोजगार मूलक योजनान्तर्गत रूपये 254.14 लाख आहरित कर उक्त राशि का समायोजन नहीं किया गया।
15 दिन का मिला अल्टीमेटम
प्रयास कुमार प्रकाश द्वारा बैगा समाज के शोध के लिये 4.15 लाख रूपये आंवटित राशि का अभिलेख व्हाउचर प्रस्तुत नहीं किये गए, इसके अलावा अन्य आरोप भी तय किये गये है। कमिश्नर द्वारा आरोप पत्र में कहा गया है कि, 15 दिवस के भीतर उक्त आरोप पत्र के संबंध में अपना लिखित प्रतिवाद प्रस्तुत करें, अन्यथा यह मान कर की इस संबंध में आपको को कुछ नही कहना है। एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी।

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