44 साल पुराना है किशोरी का आपराधिक रिकार्ड, 26 बार हुई एफआईआर….क्या चिन्हित होकर जमींदोज होंगे अवैध निर्माण

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(Amit Dubey+8818814739)
शहडोल। किसी ने सच कहा है, पुलिस की न दोस्ती अच्छी न दुश्मनी, लेकिन बाबाजी के नाम पर संभाग ही नहीं प्रदेश में पहचान बना चुके पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी ने तो बारी-बारी से पुलिस से कभी दोस्ती और कभी दुश्मनी का सिलसिला जारी रखा, रविवार की शाम पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी की गिरफ्तारी हुई और इससे पहले के 8 सालों में ईनामी बदमाश पुलिस अधिकारियों और कलेक्टर तथा अपर कलेक्टरों के साथ बैठकों में शामिल होता रहा, बड़े नेताओं के साथ कभी भाजपा, तो कभी कांग्रेस और कभी सपाक्स के बैनर तले चुनाव भी लड़े और जीत हासिल कर इज्जत भी पाई।
शहडोल पुलिस ने आज सोमवार को प्रेस नोट जारी करते हुए पं. किशोरी लाल चतुर्वेदी के आपराधिक रिकार्ड का खाका, मीडिया से साझा किया है। पुलिस रिकार्ड बताते हैं कि लगभग 70 साल के किशोरी लाल चतुर्वेदी ने 44 साल पहले 26 साल के उम्र में ही पहली बार पुलिस की देहरी नापी थी। सन् 1979 में चतुर्वेदी के खिलाफ बुढ़ार थाने में एक के बाद एक, दो जुआं एक्ट के मामले कायम हुए, यहीं से किशोरी के आपराधिक रिकार्ड की शुरूआत हुई। इसके बाद किशोरी ने पीछे मुडक़र नहीं देखा। सबसे अधिक मामले खनिज चोरी के दर्ज हुए, इसके अलावा मारपीट, गाली-गलौज, शासकीय काम में व्यवधान, 1986 में हत्या और हत्या का प्रयास का मामला भी पुलिस ने किशोरी के खिलाफ दर्ज किया। शहडोल जिले के बुढ़ार थाने में सबसे अधिक 15 आपराधिक मामले किशोरी के खिलाफ दर्ज हुए है, इसके बाद गोविंदगढ़ में 5, रायपुर करचुलियान में 3 और अमलाई में 2 तथा ब्यौहारी में 01 मामला पुलिस ने दर्ज किया है। हालाकि प्रेसनोट में इस बात की पुष्टि नहीं की गई कि कितने मामले अभी जिंदा हैं और कितनों में पुलिस और न्यायालय की ओर से खात्मा लग चुका है।

अब तक सो रही थी पुलिस
बीते 44 सालों से जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में किशोरी लाल चतुर्वेदी के खिलाफ लगातार आपराधिक मामले दर्ज हो रहे थे, इन 44 सालों में दर्जनों प्रशासनिक अधिकारी आये और चले भी गये, लेकिन चुनावों से पहले न तो, फरार आरोपी की तलाश के लिए प्रेसनोट जारी हुए और न ही ईनाम की सार्वजनिक घोषणा की गई। कोयले के अवैध उत्खनन और परिवहन के जब लगातार मामले सामने आये तो, पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक और एडीजीपी डी.सी. सागर के निर्देशन में खंगाले गये आपराधिक रिकार्डाे ने खुद पुलिस को ही हैरत में डाल दिया है, महज 2 से 4 अपराधों के बाद जहां पुलिस जिला बदर और रासुका जैसी कार्यवाही करने के साथ ही शातिर बदमाशों के अवैध निर्माण जमींदोज करने से नहीं चूकी, वहीं इस मामले में किशोरी लाल चतुर्वेदी पूरी तरह कार्यवाही से किनारे ही रहे। यह भी चर्चा है कि पुलिस ने जब बाल को पकडक़र खाल निकाल ही ली है, ऐसी स्थिति में कार्यवाही का यह कारवां धनकुबेर के द्वारा किये गये अवैध निर्माणों और कालेधन को भी खंगाल कर न सिर्फ जनता के सामने लायेगी, बल्कि पूर्व की तरह मोहन सरकार का बुलडोजर भी अवैध निर्माण को जमींदोज करने की ओर कभी भी बढ़ सकता है।

यह है शहडोल पुलिस का प्रेस नोट

 

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