भाजपा नेता की दबंगई से परेषान गरीब , छिन रहा रोजी रोटी का सहारा समोसा बेचकर करता था गुजारा, अब ठौर छीनने पर आमादा हो गए निवर्तमान पार्षद और उनके भाई
भाजपा नेता की दबंगई से परेषान गरीब , छिन रहा रोजी रोटी का सहारा
समोसा बेचकर करता था गुजारा, अब ठौर छीनने पर आमादा हो गए निवर्तमान पार्षद और उनके भाई
कटनी ॥ । ठेला में समोसा बेचकर परिवार का गुजारा करने वाले गरीब परिवार पर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है। क्षेत्र के निवर्तमान पार्षद व उनके भाईयों की दबंगई गरीब के लिए परेषानी का सबब बन गई है। श्री शिवजी सेवा समिति की जिस जमीन पर बब्बू मुंगौड़ी वाला विगत कई वर्षों से ठेला लगाकर समोसा बेचता था उसी जमीन पर भाजपा नेता अपना अधिकार स्थापित करने की कवायद में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। और तो और निवर्तमान पार्षद ने बैक डेट में समिति के पूर्व अध्यक्ष से एग्रीमेंट अपने नाम बनवा कर टपरा भी रखवा दिया जबकि सेवा भावना के उदेश्य से स्थापित 1956 में रजिस्टर्ड इस संस्था से सम्बंधित संपूर्ण जायदाद का मालिकाना हक सरकार का होता है ना कि अन्य किसी भी पदाधिकारी का अतः जिसके बाद बखेड़ा खड़ा होना तो आम बात है। आजाद चौक में उस समय बखेड़े की स्थिति हो गई जब निवर्तमान पार्षद अभिषेक ताम्रकार व उनके भाईयों क्रमषः अभिलेख ताम्रकार (मामू )व विवेक ताम्रकार (पट्टा) ने टपरा रखवा दिया। बब्बू मुंगौड़ी वाले के परिवार की महिलाएं मौके पर पहुंच गईं और टपरा रखे जाने का विरोध जताते हुए जमकर बवाल मचाया। मामला कोतवाली थाने की चौखट भी चढ़ा लेकिन भाजपा नेता की पहुंच पकड़ के कारण पीडि़त पक्ष की शिकायत खानापूर्ति में ही बदलकर रह गई। लंबे समय से जिस जमीन पर गरीब रोजी रोटी कमा रहा था उस जमीन पर साधन संपन्न भाजपा नेता व उनके भाईयों की नजर क्यों गड़ गई यह समझ से परे है। हद तो इस बात कि है कि आम जनता को न्याय दिलाने के लिए चुने जाने वाले जनप्रतिनिधि स्वयं अन्याय पर उतारू हो रहे हैं। फिलहाल महिलाओं ने आजाद चौक में टपरा रखने जाने का न सिर्फ विरोध जताया बल्कि भाजपा नेता को जमकर कोसा भी।