रामपुर प्रोजेक्ट की दगानी से दरक रही घरों की दीवारें

अमलाई। एसईसीएल की बहुप्रतीक्षित रामपुर बटुरा प्रोजेक्ट में एक नया मामला सामने आया है जिसमे ग्रामीण काफी आक्रोशित हो रहे है आरोप है कि एसईसीएल ने प्रशासन, सांसद,विधायक और जनप्रतिनिधियों के सामने किया वादा रौंद कर इस प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है। जनप्रतिनिधियों के सामने एसईसीएल ने ग्रामीणों से भूमिपूजन के समय वादा किया था कि रामपुर बटुरा प्रोजेक्ट को चालू होने दिया जाए जब तक मुआवजा वितरण न हो जाये तब तब सिर्फ ओबी निकालने का कार्य किया जाएगा किंतु ग्रामीणों का आरोप है कि एसईसीएल द्वारा ओबी निकालने की जगह हैवी ब्लास्ट किया जा रहा है। शनिवार को किये हैवी ब्लास्ट से ग्रामीणों की घरों की दीवारों में दरारें पर गई है। जो कभी भी धराशायी हो सकती है।
गौरतलब है कि एसईसीएल द्वारा रामपुर बटुरा प्रोजेक्ट को लेकर ग्रामीणों की अबतक मुआवजा वितरण संबंधी विसंगतिया दूर नही हो सकी है। पेड़-पौधों,कुंए और भवनों का मुआवजा वितरण सहित विस्थापन नही किया गया है गांव से एक किमी तक हैवी ब्लास्ट नही किया जा सकता परंतु गिर भी एसईसीएल प्रबंधन गांव में ही हैवी ब्लास्ट कर रहा है।
बताया गया कि शनिवार को किये गए हैवी ब्लास्ट से रामपुर डोंगरी टोला निवासी कोद्दु राठौर के घर की दीवारों में दरार पड़ गई जिससे कभी भी नुकसानदेही हो सकती है जो घर के निवासियों के लिए कभी भी खतरनाक साबित हो सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि इसी प्रकार हैवी ब्लास्ट किया गया तो पूरा गांव धराशायी हो जाएगा। एसईसीएल द्वारा ग्रामीणों के विस्थापन हेतु भूमि और मकानों के मुआवजा की कार्यवाही नही की गई विवादित भूमि का प्रकरण भी चलने के कारण मुआवजा नही मिला। अब ऐसे में ग्रामीण गांव को छोड़कर कहा जाए। और कहां रहेंगे उनके सामने यह परेशानी बन गई है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। वही एसईसीएल ग्रामीणों की समस्याओं और किये गए वायदों के विपरीत हैवी ब्लास्ट कर रहा है।