भक्ति में होती है इतनी शक्ति ,की होती है सारी मनोकामनाएं पूरी अत्यंत प्राचीन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर कमानिया गेट में भक्तों का लगता है ताता भक्तों की पुकार को सुनते हैं महावीर विक्रम बजरंगी दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज

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भक्ति में होती है इतनी शक्ति ,की होती है सारी मनोकामनाएं पूरी
अत्यंत प्राचीन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर कमानिया गेट में भक्तों का लगता है ताता भक्तों की पुकार को सुनते हैं महावीर विक्रम बजरंगी दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज


कटनी ॥ हमारे जिले में ऐसे कई सारे धाम और मंदिर इत्यादि प्रसिद्ध हैं। लोगों के बीच इन मंदिर की इतनी मान्यता होने का कारण है उन धामों और मंदिरों का इच्छापूर्ति होना। लोगों में ऐसा अटल विश्वास है कि उस धाम या मंदिर के दर्शन मात्र से ही उनकी बड़ी से बड़ी इच्छाएं पूरी हो जाएँगी। ऐसा ही एक सुप्रसिद्ध पीठ है
कमानिया गेट वाले दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज का मंदिर ! हनुमानजी के चमत्कारिक सिद्धपीठों की संख्‍या सैकड़ो में है। उन सभी स्थानों पर हनुमान के मंदिर बने हैं, जहां वे गए थे या जहां वे बहुत काल तक रहे थे या जहां उनका जन्म हुआ। कुछ मंदिर उनके जीवन की खास घटनाओं से जुड़े हैं और कुछ का संबंध चमत्कार से है। इन हजारों सिद्धपीठों में से एक कटनी के कमानिया गेट वाले दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज जी का मंदिर भी है जो अपनी विशिष्टता से सारे मध्यप्रदेश में विख्यात है ! यहा पर दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज जी की अनुसरण एंव दर्शनमात्र से सारे कष्ट और संकट मिट जाते है ! माना जाता है कि
वेद और पुराणों के अनुसार 7 ऐसे चिरंजीवी महापुरूष हैं जो सदा के लिए अजर-अमर हैं। इन चिरंजीवी महापुरूष में से एक हैं हनुमानजी। भगवान श्री राम के सेवक भक्त, राक्षस संहारी वानर देश के राजा केसरी एवं अंजनी के पुत्र हैं। माना जाता है कि प्रभु श्रीराम की कथा में सबसे पहले आने वाले और सबसे अंत में जाने वाले व्यक्ति और कोई नहीं चिरंजीवी हनुमान जी महाराज ही है ! कलयुग में भक्तों की रक्षा करने वाले कमानिया गेट वाले दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज जी का मंदिर अनोखा है !
शहर के प्राचीन मंदिरों में से एक कमानिया गेट के पास स्थित यह दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर है। यह मंदिर अपने आप में बड़ा ही अलौकिक है। मंदिर देखने में बड़ा छोटा, लेकिन चमत्कारों की खान है। यहां पर दूर-दूर से हनुमानजी के भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। यहां की विशेषता है यह कि मंदिर में जब हनुमानजी की आरती होती है, उस समय मन्नत मांगने वाले की हर इच्छा पूरी होती है। यहां पहुंचने मात्र से असाध्य रोग सहित बड़े-बड़े कष्टों से छुटकारा मिलता है। पूरे समय हनुमानजी के दर्शन और पूजन को यहां भीड़ लगती है। मंगलवार और शनिवार खास होता है। इस दिन हनुमानजी का विशेष श्रृंगार किया जाता है। हनुमानजी को सिंदूर चढ़ाने के साथ ही शाम को महाआरती होती है। दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में पिछले अखंड मानस का पाठ जारी है। इस आयोजन की मंशा सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र कल्याण है। दक्षिणमुखी प्राचीन हनुमान मंदिर जिले के पौराणिक मंदिरों में एक है। यह मंदिर आम लोगों की श्रद्धा का केंद्र तो है ही, बिजनेसमैन, स्टूडेंट्स, बुद्धिजीवियों के अलावा नेता भी वहां पूजा के लिए आते हैं, जो दक्षिण मुखी है, इसलिए लोगों में इसकी अगाध श्रद्धा है। इस मंदिर के प्रधान महंत आनंद महाराज जी के अनुसार इस मंदिर की मान्यताएं ही भक्तों को अपने से जोड़कर रखती है। उनका कहना है कि यह मंदिर दक्षिण मुखी है, जो हिंदू धर्म में शुभ माना जाता है ! यह शहर का सबसे प्राचीन दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर है, जो कई रहस्यों को संजोए हुए है।

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