सुन रहे हो कक्का, ये क्या हो गया है वर्दी को ….
(शुभम तिवारी)
शहडोल। क्या बात है कक्का रोज वर्दी के नए किस्से सुनने को मिल रहे हैं, कभी मुख्यालय से तो कभी इस छोर से और तो और कभी उसे छोर से कोई खबर आ जाती है की वर्दी ने…. ये कर दी…. कहीं से सुनते हैं वर्दी ने वो कर दो…. नई बात सुने ….बता रहे हैं कि जौंन हाईवे मा बिटिया के एक्सीडेंट होई गा रहा….एक वर्दी वाले पटेल जी ने एक्सीडेंट करने वाले वाहन को छुड़ाने का ठेका ले लिया है…. सुना था कि पहले रेत का ठेका होता था, शराब दुकानों का ठेका होता था और टोल वे का ठेका होता था लेकिन अब वाहन को छुड़ाने का ठेका….. यह तो बिल्कुल नई बात है कक्का….. लेकिन बात तो सही है दो फित्ती वाले ने गजब कर डाला है…. अब बड़े वाले साहब मान नहीं रहे हैं, ऐसे में दो फित्ती वाले परेशान नजर आ रहे हैं …..कह रहे हैं छुड़ा के ही दम लेंगे…. अब देखो बड़े वाहन के मालिक ने तो कहा है कि मुंह मांगा रुपया दिया हूं काम तो करवाना ही होगा…..
अब आपको दूसरे तरफ का किस्सा सुनाते हैं दूसरे तरफ के हालात यह है कि स्टार कंधे पर लेकर बैठे साहब ने सिर्फ 5000 में दीवार की कीमत तय कर दी,भाई इतनी ही तो दीवार बनाने में मजदूरी भी नही लगी थी, उसके बाद भी काम नहीं किया तो मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया, मुख्यमंत्री के बाद यह मामला जिले के सबसे बड़े साहब के पास पहुंचा, आखिर करना तो पड़ा….. लेकिन थोड़ा सा आगे खसक के….. वही मुर्गी वाली कहावत जिले के अंतिम छोर में देखने को मिली, साहब ने यहां वादा निभा दिया…. घर में बैठकर रुपए लिए तो काम भी कर दिया… आखिर स्टार वाले साहब वादे के खरे निकले…..