भीगी राहों पर तिरंगे का परचम, कटनी में छलका जज्बा झमाझम में झूमी तिरंगा यात्रा हर घर तिरंगा अभियान के तहत 146 करोड़ देशवासियों के स्वाभिमान के प्रतीक राष्ट्रध्वज संग निकली ऐतिहासिक यात्रा, बारिश भी न रोक सकी देशभक्ति की लहर, फॉरेस्टर मैदान से घंटाघर तक गूंजे वंदे मातरम् के स्वर, विशाल तिरंगे संग हजारों कदमताल

भीगी राहों पर तिरंगे का परचम, कटनी में छलका जज्बा झमाझम में झूमी तिरंगा यात्रा
हर घर तिरंगा अभियान के तहत 146 करोड़ देशवासियों के स्वाभिमान के प्रतीक राष्ट्रध्वज संग निकली ऐतिहासिक यात्रा, बारिश भी न रोक सकी देशभक्ति की लहर, फॉरेस्टर मैदान से घंटाघर तक गूंजे वंदे मातरम् के स्वर, विशाल तिरंगे संग हजारों कदमताल
कटनी।। जब दिल में देश के लिए गर्व और आंखों में तिरंगे का सपना हो, तो मौसम की कोई भी मार देशभक्तों के कदम थाम नहीं सकती। कटनी शहर में हर घर तिरंगा अभियान के तहत इस साल भी तिरंगा यात्रा बारिश की बूंदों में भीगते हुए उत्साह, जोश और देशभक्ति के अद्भुत रंग बिखेरती रही। ठीक पिछले वर्ष की तरह इस बार भी जैसे ही यात्रा शुरू होने को हुई, आसमान से झमाझम बारिश बरसने लगी, लेकिन तिरंगे के प्रति लोगों का जोश बारिश से कहीं ज्यादा उमड़ा। फॉरेस्टर प्ले ग्राउंड से सुबह साढ़े 10 बजे तिरंगा यात्रा का आगाज हुआ, जहां जोरदार तैयारियों के साथ हजारों लोग एकत्रित थे। यात्रा में जिले के प्रभारी मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, सांसद वी.डी. शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक सोनी टंडन, विधायक संदीप जायसवाल, प्रणय पांडे, धीरेन्द्र सिंह, महापौर प्रीति सूरी, कलेक्टर दिलीप यादव, पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक मौजूद थे।
विशाल तिरंगे के साथ निकली इस यात्रा में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट, स्काउट-गाइड, गर्ल्स कॉलेज व तिलक कॉलेज के ट्रूप भी शामिल हुए। शहर के अलग-अलग मंडलों से निकली रैलियां फॉरेस्टर प्ले ग्राउंड में एकत्र हुईं, जहां से यह उत्साहपूर्ण यात्रा स्टेट बैंक तिराहा, गांधी द्वार, जैन मंदिर, खेर माई मंदिर, घंटाघर, सराफा कपड़ा बाजार, सुभाष चौक, मोहन टॉकीज रोड होते हुए वापस फॉरेस्टर प्ले ग्राउंड पहुंचकर संपन्न हुई। 146 करोड़ देशवासियों के स्वाभिमान और एकता के प्रतीक तिरंगे के साथ बारिश में भीगते कदम शहर को तिरंगामय कर गए। हर गली, हर सड़क, हर चौराहे पर लहराता राष्ट्रध्वज इस बात का संदेश दे रहा था कि मौसम चाहे जैसा भी हो, देशभक्ति की लौ कभी मंद नहीं हो सकती।