उमंग सिंगार का बड़ा दावा कई भाजपा विधायक कांग्रेस के संपर्क में, 2028 में बनेगी कांग्रेस सरकार
अनूपपुर/शहडोल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार इन दिनों अपनी किसान न्याय यात्रा और “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत शहडोल संभाग के दौरे पर हैं। इस यात्रा ने जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया है, वहीं अनूपपुर जिले के मुख्यालय पर आयोजित सभा ने राजनीतिक माहौल को और ज्यादा गर्मा दिया। मंच पर तब असहज स्थिति बन गई, जब कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में नारे लगाना शुरू कर दिया – “मुख्यमंत्री कैसा हो, उमंग सिंगार जैसा हो।” यह नारे साफ तौर पर इस ओर इशारा कर रहे थे कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नजर अब उन्हें बतौर संभावित मुख्यमंत्री देखने लगी है।सभा में उमंग सिंगार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि “2028 अभी दूर है”, लेकिन उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री पद से अलग भी नहीं किया। उनके इस अंदाज ने कार्यकर्ताओं के जोश को और ज्यादा बढ़ा दिया। सिंगार ने कहा कि आज भाजपा सरकार ने किसानों, युवाओं और आदिवासियों से किए वादे पूरे नहीं किए हैं। यही कारण है कि जनता अब बदलाव चाहती है और कांग्रेस ही उसका विकल्प बनेगी।
सभा का माहौल केवल नारों और जोश तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि उमंग सिंगार ने मीडिया से चर्चा में ऐसा बड़ा बयान दे डाला, जिसने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी। उन्होंने खुलासा किया कि कई भाजपा विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। उनके शब्दों में अभी हमने उन्हें रोक रखा है, जिस दिन चाहेंगे, उसी दिन दरवाजा खोल देंगे। उनके इस बयान ने साफ कर दिया कि मध्यप्रदेश की सियासत में अंदरखाने बड़े बदलाव की आहट गूंज रही है।
सिंगार ने आगे कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह जनविरोधी नीतियों पर चल रही है। किसान अपनी फसलों के दाम को लेकर परेशान हैं, युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है और आदिवासी वर्ग लगातार उपेक्षा का शिकार हो रहा है। यही वजह है कि लोग अब कांग्रेस की ओर उम्मीद से देख रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 2028 में कांग्रेस की सरकार मध्यप्रदेश में बनकर रहेगी।
अनूपपुर के इस कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था। जगह-जगह उनका जोरदार स्वागत हुआ और मंच पर नेताओं-कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के प्रति वफादारी और विश्वास जताने में कोई कमी नहीं छोड़ी। “लमुख्यमंत्री कैसा हो, उमंग सिंगार जैसा हो जैसे नारों ने यह संदेश भी दिया कि संगठन के भीतर एक बड़े वर्ग की भावनाएं किस ओर झुक रही हैं।
उधर, भाजपा खेमे में उमंग सिंगार के इस बयान ने बेचैनी बढ़ा दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा विधायकों के कांग्रेस से संपर्क में होने का दावा न केवल सनसनीखेज है, बल्कि यह भाजपा की एकजुटता पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है। अगर सिंगार का यह दावा सही साबित होता है तो 2028 का चुनावी रण भाजपा के लिए और भी कठिन साबित हो सकता है।
कुल मिलाकर, उमंग सिंगार का शहडोल संभाग दौरा केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश की राजनीति की दिशा तय करने वाला बड़ा संकेत माना जा रहा है। अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि भाजपा विधायक संपर्क में होने के इस दावे की सच्चाई क्या है और क्या वाकई 2028 में प्रदेश की सत्ता परिवर्तन का गवाह बनेगा।