अंपायर की उगली उठी मुन्ना भइया आउट

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शहडोल। माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर से स्थगन डिस्पोज होने के बाद भी मुन्ना भइया सात दिन, पद से चिपके रहे। गली कूचों में भइया की पहुंच एव दबंगई के किस्से चर्चा में रहे, चर्चा चली की भइया अब एक -दो दिन के मेहमान है, लेकिन देखते ही देखते 7 दिन बीत गए, भझ्या को मुक्ति नहीं मिली। ज्ञात हो फरवरी 24 को स्थगन डिस्पोज हुआ लेकिन भइया 3 मार्च 2023 को पद मुक्त हुए थे। भइया के एक अंघ भक्त ने चर्चा में कहा शहडोल जिले में कोर्ट का आदेश नहीं चलता। भइया ऐसे आदेशों को खुजला देते है। मैंने कहा पिछली बार तो चल गया था, भइया रिलीव हो गए थे। अंधभक्त बोला ऐसा कुछ नहीं है, सब भइया चालबाजी थी। देखा नही कैसे बीमार होकर स्टे आर्डर ले आए थे। मैने कहा चर्चा है भइया रिलीव होने वाले है। अंध भक्त बोला पिछली बार का छोडो, इस बार रिलीव करके तो देखे, मैने कहा क्या करेगे, अपने घर चले जाएंगे और क्या समर्थक बोला घर-वर गया तेल लेने, भइया निम्बू निचोड देंगे। चर्चा गरम होते देख मैं धीरे से खिसक लिया, प्रशासनिक अंपायरो को खिला-पिला भइया ने आउट होने के बाद भी 7 दिन तक बैटिंग की जम कर खेले। फुल्टास, गूगल गुगली, बज्रसर किसी भी बाल को नहीं छोड़ा। भइया ने, साहब, लगातार, एक नही कई शतक मारे सारे पुराने रिकार्ड तहस-नहस कर दिए। यह अलग बात है कि सातवे दिन, लंच के बाद भइया कुछ थके-थके से दिखने लगे थे, ऐसा लगता था कि खेल में भइया की सठियानी उम्र का असर पड़ा है। ज्ञात हो मइया कि जन्म तिथि 1963 है। खैर भइया की अभी और खेलने एवं दो चार शतक जड़ने की इच्छा थी, जैसे ही अंपायर ने सिर खुजान के अंपायर की उंगली ठीक के लिए और सोर मचा दिया इसी सोर गुल में अंपायर ही खड़े खडे थक गए। सात दिन से वालो को तेल न पिला पाने से, अपायर के सिर में खुजली से नहीं देख पाए और आउट मान कर अपनी उगली उठाई, बिरोधी टीम ने भइया के आउट होने पवेलियन चले गए। ठीक से अंपायर की उगली देख पाने का पछतावा भइया को आज भी टीसता है भइया का यह अंतिम से लेने की की घोषणा, भइया पहले ही अखवारों में छपवा चुके थे।
भइया ने प्रेस नोट जारी कर अपनी सेवा निवृत्ति की घोषणा की थी। भइया के अनुसार उन्होंने मात्र टेस्ट मैच से संन्यास ले लिया है, मैच था, खेल सन्यास हो अन्य फारमेट में आगे भी खिलाए जाने पर खेलते रहेंगे। यह अलग बात है कि 60 वर्ष के होने के कारण, भइया अब ड.पी.सी. टीम में चयन के लिए अपात्र घोषित कर दिए गए हैं। उनके समर्थकों ने भी अब इसे मान लिया है और सम्मान जनक विदाई का मन बना रहे है। बिदाई समारोह के संयंजक सी.बी. शुक्ला ने समारोह के लिए दर्द भरे नगनो का कलेक्सन किया है। सूत्रों की माने तो नगमो के चयन में विबाद है जिससे सम्मानजनक बिदाई टल रही है।
चौपाल ने भइया की बिदाई की चर्चा चली तो एक अंधभक्त ने अन्दर की खबर धीरे से बताई। भइया ने एक ज्योतिषी से बिदाई का मुहूर्त पूछा है। ज्योतिषी ने बताया की शीघ्र ही पूडी समेटने के एक बड़े अवसर का संयोग बन रहा है, इसलिए भाग नहीं बिना पद के ही डटे रहें। ज्योतिषी की भविष्यवाणी सच निकली 5 अप्रैल 2023 को ब्यौहारी मे सी.एम के आने का कार्यक्रम बना भइया भोपाल मे डियूटी कर रहे थे। खबर मिलते ही शहडोल लिए भागे। खुदा का शुक्र है टीक समय पर पहुंच गये। कार्यक्रम के लिए ड्यूटी जा रही थी। भइया कक्ष के कोने में गुमसुम बैठ गए किसी ने सी.एम. का हेलीकाप्टर देखना है, पूडी बाटनी है। मुन्ना को रोता देख प्रशासन को बड़ी आत्मग्लानी हुआ तो भइया सिसकते हुए बोले डियुटी लगा दो। लगाने वाले ने गाडी तो मारपाची ले गया। काफी विचार विमर्श के बाद बस फिर क्या था 10 नम्बरी मइया को डियुटी गई। डियुटी लगती देख भइया खिसक कर पास आ गए भइया, उसने जोर से पूछा क्या कालम खाली छोड़ दिया गया। बस की डियुटी से भइया खुस नही हुए जोर से रोते हुए पूडी-पूडी बुदबुदाने लगे। प्रशासन समझ गया मइया पूडी समेटना चाहते है। समझ मे आते ही नइया को सूची के 16 नम्बर कालम में पूड़ी बाटने का नोडल भी बना दिया गया। भइया खुस हुए चरण स्पर्स किया और सक्रिय हो गए। भइया को देखकर किसी ने कहा मोगेम्बो खुस हुआ तो किसी ने सोले फिल्म का डालाग मार दिया, आदमी एक और डियुटी दो वाह क्या बात है, मजा आ गया।

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