शहडोल में युवक का अनोखा विरोध: एशिया कप भारत-पाकिस्तान मैच से पहले जमकर खेला क्रिकेट फिर मुंडन कराकर जताया गुस्सा
(अनिल तिवारी)शहडोल। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच आज होने वाले दूसरे मुकाबले से पहले शहडोल में एक अनोखा विरोध देखने को मिला। यहां आबिद नाम के एक युवक ने अपने गुस्से और आक्रोश को अनूठे अंदाज में व्यक्त किया। जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए जवानों को लेकर केंद्र सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए देशभर में लोगों ने पहले मैच के बाद कड़ी प्रतिक्रियाएं दी थीं। इसी क्रम में शहडोल निवासी आबिद ने पहले ही मैच से पहले गुस्से में आकर अपना टीवी तोड़ दिया था।
लेकिन उसका आक्रोश यहीं नहीं थमा। आज भारत-पाकिस्तान के बीच दूसरा मुकाबला होने से पहले वह कुछ साथियों के साथ जिला संयुक्त कार्यालय के सामने पहुंचा। प्रशासन द्वारा धरना-प्रदर्शन के लिए चिन्हित स्थल पर उसने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसने साउंड बॉक्स लगाकर जोरदार विरोध किया और अपनी नाराजगी जाहिर की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग वहां रुककर उसे देखते रहे।
आबिद का गुस्सा क्रिकेट खेलने तक सीमित नहीं रहा। विरोध को और गहरा करने के लिए उसने अपना मुंडन करवा लिया और बाल उतरवाकर साफ संदेश दिया कि वह इस मुद्दे को हल्के में नहीं लेना चाहता। उसने कहा कि शहीदों के बलिदान को दरकिनार कर किसी भी तरह से खेल का आयोजन करना गलत है। यह हमारे जवानों के अपमान के बराबर है।
आबिद का यह विरोध अब चर्चाओं का विषय बना हुआ है। खास बात यह है कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े एक युवक के द्वारा इस तरह का विरोध किए जाने को लोग सराह रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उसने देशभक्ति की मिसाल पेश की है और जाति-धर्म से ऊपर उठकर सैनिकों के सम्मान में आवाज बुलंद की है।
आबिद के समर्थन में धीरे-धीरे लोग जुटने लगे हैं और यह मामला अब व्यापक रूप लेता जा रहा है। विरोध के इस अनोखे तरीके ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। कई लोगों का कहना है कि सरकार को जनता के इस गुस्से को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि शहीदों के सम्मान से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
शहडोल में हुए इस अनोखे विरोध ने न सिर्फ सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया है बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा छेड़ दी है कि आखिरकार देश की असली प्राथमिकता क्या होनी चाहिए।