आंगनबाडी केन्द्र का दौरा एक वर्षीय नन्ही बालिका के लिए बना वरदान , गंभीर कुपोषित साक्षी के लिए देवदूत बने कलेक्टर प्रारंभिक उपचार हेतु साक्षी को जिला चिकित्सालय मे भर्ती कराया गया

0

आंगनबाडी केन्द्र का दौरा एक वर्षीय नन्ही बालिका के लिए बना वरदान , गंभीर कुपोषित साक्षी के लिए देवदूत बने कलेक्टर

प्रारंभिक उपचार हेतु साक्षी को जिला चिकित्सालय मे भर्ती कराया गया

कटनी॥ आंगनबाड़ी बाल संस्कार केन्द्र पहुंचकर कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा स्वस्थ बच्चों को प्रमाण पत्र एवं उपहार प्रदान करने हेतु किया गया आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 158 का दौरा एक वर्षीय नन्ही बालिका साक्षी बेन के लिए वरदान बन गया। यहीं भ्रमण के दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद की नजर अपनी माॅ की गोद में बैठी कुमसुम सी साक्षी पर पड़ी। साक्षी को देखते ही फौरन कलेक्टर श्री प्रसाद ने साक्षी के पास पहुंचकर उसे खुद गोद में लिया और तत्काल उसकी स्वास्थ्य ही जांच कराने अधिकारियों को निर्देेशित किया था।
श्री प्रसाद के निर्देश के बाद आज डाक्टरों की टीम झिंझरी स्थित साक्षी बेन के घर पहुंचकर उसके स्वास्थ्य की जांच की और शुक्रवार को जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती कराकर साक्षी का बेहतर उपचार शुरू भी हो गया है। कलेक्टर से मिलकर साक्षी की माॅ अनुराधा बेन ने बच्ची के बेहतर उपचार की व्यवस्था करने के लिए कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि कलेक्टर साहब मेरी बेटी की जिंदगी की सलामती के लिए देवदूत बनकर आए है।
शुक्रवार प्रातः ही साक्षी की जांच के पश्चात जिला चिकित्सालय की टीम साक्षी और उसकी माॅ अनुराधा बेन के साथ कार्यालय कलेक्टर पहुंचकर कलेक्टर अवि प्रसाद से मुलाकात की। चिकित्सकों की टीम द्वारा साक्षी की संभावित बीमारियों के संबध में कलेक्टर अवि प्रसाद को अवगत कराया जाकर जबलपुर मेडिकल काॅलेज में ईको एवं अन्य जांच उपरांत संभावित बीमारियों के संबंध आगामी ईलाज से साक्षी के स्वास्थ्य में सुधार आनें की संभावना व्यक्त की गई। इसी दौरान कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा साक्षी को गोद लेकर अनुराधा बेन से लड़का एवं लड़की का भेदभाव न करनें का आग्रह किया। साक्षी के पिता के व्यवसाय के संबंध में जानकारी ली जाकर कलेक्टर श्री प्रसाद नें शासन की योजनाओं के तहत साक्षी के उचित ईलाज कराने का आग्रह व अनुराधा बेन से किया। सहमति मिलने पर सिविल सर्जन डाॅ यशवंत वर्मा एवं उपस्थित अधिकारियों को आज से ही साक्षी को जिला चिकित्सालय के शिशु वार्ड में भर्ती कर प्रारंभिक उपचार प्रारंभ करनें के निर्देश दिए गए थे।
जिला चिकित्सालय पहुंचकर कलेक्टर नें जाना साक्षी का हाल, समाजसेवी मनीष गेई ने साक्षी को गोद लेने का लिया निर्णय
साक्षी के स्वास्थ्य का हालचाल जानने के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद ने स्वयं शिशु वार्ड पहुंचकर साक्षी का ईलाज कर रहे चिकित्सकों से साक्षी के स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली और साक्षी को गोद लेकर उसे दुलार भी किया। कलेक्टर श्री प्रसाद ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा साक्षी को जन्म से हृदय एवं हार्निया की बीमारी से पीडित बताया गया है। साक्षी के माता पिता आर्थिक कारणों वश साक्षी का उचित इलाज कराने में रूचि नहीं ले रहे थे। जिस पर साक्षी की माॅ अनुराधा बेन को समझाईश देकर शासकीय योजनाओं के तहत साक्षी का इलाज कराने की अपील की गई। साक्षी की प्रारंभिक जांच प्रारंभ की जा चुकी है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने बताया कि जिले मे लगभग 232 बच्चे कुपोषित की श्रेणी में आते है। इन बच्चों में लगभग 100 बच्चों को समाज के विभिन्न वर्गो के समाजसेवियों ने गोद ले लिया गया है। 132 बच्चे शेष है इन्हे भी गोद लेने की अपील में उद्योगपति समाजसेवियों द्वारा की गई जिसपर समाजसेवी मनीष गेई द्वारा भी साक्षी को गोद लेने का निर्णय लिया है। साक्षी के ईलाज में शासन एवं मनीष गेई द्वारा हर संभव मदद की जायेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed