खबर का असर-मेडिकल कॉलेज के टॉप फ्लोर पर दारू पार्टी करने वाले JR, 15 दिनों के लिए रिस्ट्रीकेट ,2000 का अर्थदंड भी
शहडोल । बिरसा मुंडा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल में अध्यनरत जूनियर रेसीडेंट चिकित्सकों के द्वारा हॉस्टल के छत पर दारू पार्टी करने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद इस खबर को हाल-ए-हलचल के द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था, इस मामले में बिरसा मुंडा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल के अधिष्ठाता ने जांच के आदेश दिए और जांच के उपरांत 7 जूनियर रेसीडेंट चिकित्साको को 15 दिवस के लिए हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है और सभी के ऊपर दो ₹2000 प्रति व्यक्ति का अर्थ दंड भी लगाया गया है।
बिरसा मुंडा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के द्वारा बैठाई गई जांच के उपरांत 16 मई को इस आशय के आदेश जारी किए गए की वायरल वीडियो की जांच के लिए समिति बनाई गई थी और समिति ने जो रिपोर्ट सौपी है, उसमें डॉक्टर प्रद्युम्न कुमार बागड़ी, डॉक्टर करण सिंह यादव, डॉक्टर त्रिलोचन सिंह कूर्मवंशी, डॉक्टर वीरेंद्र कुमार चौधरी, डॉक्टर शुभम मिश्रा और डॉक्टर प्रिंस कुमार सिंह (सभी जेआर)के अलावा कस्तूरी एफएमजी इंटर्न इस वीडियो में दारू मुर्गा पार्टी का लुफ्त उठाते हुए नजर आ रहे थे, आदेश के अनुसार इन सभी जूनियर रेसीडेंट चिकित्सकों एवं इंटर छात्रों को तत्काल प्रभाव से 15 दिवस के लिए रेसीडेंट हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है और 2000 रुपये का अर्थ दंड भी लगाया गया है, यहां यह बात भी सामने आई कि इस मामले में एक सीएमओ विपिन पटेल का भी नाम सामने आया था, हालांकि बाद में विपिन पटेल ने खुद आगे आकर इस बात का खंडन किया की वीडियो में वह कहीं नहीं है, लेकिन अस्पताल से जुड़े सूत्रों पर यकीन करें तो डॉक्टर विपिन पटेल कहीं ना कहीं इन पार्टियों से पूर्व और वर्तमान में न सिर्फ जुड़े हुए हैं बल्कि उनके द्वारा आए दिन अस्पताल परिसर के अंदर मरीज और उनके परिजनों से अभद्रता की शिकायतें भी सामने आती रही है, इस मामले में भी बिरसा मुंडा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता को जांच आदि के आदेश देने चाहिए और आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय की साख को धूल धूषित करने वाले ऐसे कलयुगी द्रोणाचार्य को सबक मिल सके।