अवैध शराब विक्रय पर रोक लगाने की मांग को लेकर महिलाओं ने गांव में निकाला पैदल मार्च. शराब और गांजा के अवैध विक्रय को बंद कराने की मांग. विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के गुडे़हा का मामला
अवैध शराब विक्रय पर रोक लगाने की मांग को लेकर महिलाओं ने गांव में निकाला पैदल मार्च. शराब और गांजा के अवैध विक्रय को बंद कराने की मांग.
विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के गुडे़हा का मामला
कटनी ॥ महिलाओं ने क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की। रविवार को प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने कहा कि क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. लेकिन अवैध शराब के धंधे में लिप्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही कर अधिकारी मूक दर्शक बने है । मामला विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गुडे़हा का है जहॉ पर शराब के अवैध विक्रय के विरोध घरों से निकलकर महिलाएं एकजुट हुई और गांव में शराब बिक्री के स्थलों को घेर लिया। गांव में पैदल मार्च निकालकर शराब और गांजा के अवैध विक्रय को बंद कराने की मांग की। महिलाओं ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध शराब खुलेआम बेची जा रही है, जिससे हजारों परिवारों को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि गांवों में आसानी से शराब उपलब्ध होने के कारण कई पुरुष अपनी गाढ़ी कमाई शराब पर खर्च कर अपने परिवारों को सड़कों पर ला रहे हैं। ग्रामीण बाजार में शराब पीकर घर पहुंचते हैं और हंगामा कर परिवार के साथ ही गांव का माहौल भी खराब कर रहे हैं। इसका खामियाजा महिलाओं और अन्य परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि गांव और क्षेत्र में शराब की अवैध बिक्री से पूरे क्षेत्र का ही माहौल दूषित हो गया है । इस संबंध में आबकारी विभाग और पुलिस अमले से पंचायत ने लिखित पत्र के माध्यम से भी निवेदन किया किया था जिसपर अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं की गई । जिसके चलते हम उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा है । ग्राम पंचायत गुडे़हा सरपंच अनुकीर्ति निगम ने बताया कि बीते 10 अगस्त को गांव में शराबबंदी को लेकर ग्राम सभा का आयोजन कर प्रस्ताव पारित किया गया। शराब का अवैध विक्रय बंद हो सके, इसके लिए थाना प्रभारी, एसडीओपी व पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित अधिकारियों को पत्र सौंपकर जानकारी दी गई। इसके बावजूद गांव में शराब का अवैध विक्रय बंद नहीं हुआ। शराब का अवैध विक्रय बंद होने की बजाय और बढ़ गया। सूचना पाकर पहुंची विजयराघवगढ़ पुलिस ने महिलाओं को समझाइश देकर शांत कराया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रदर्शन के दौरान सरपंच सहित उपसरपंच लालजी रजक, पंच सुरेश बर्मन, केलकी बाई सहित आधा सैकड़ा से अधिक महिलाएं मौजूद रहीं।