अवैध निर्माण के फेर में श्रमिक आया करंट की चपेट में

कई घंटो तक रेलवे कालोनी क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था रही ठप्प
जेई ने आरपीएफ में दी लिखित शिकायत
कोतवाली को सूचना दिये बिना फिर देवांता में हुआ इलाज
(Amit Dubey+8818814739)
शहडोल। नगर पालिका के वार्ड नंबर 32 अंतर्गत किरण टाकीज से दरभंगा चौक जाने वाले मार्ग पर रेलवे कर्मचारी द्वारा दो मंजिला मकान का निर्माण कराया जा रहा था, मंगलवार की दोपहर 2 से 3 बजे के बीच में निर्माण में लगे श्रमिक राजेन्द्र विश्वकर्मा मकान से सटे 11 केवी के हाईटेंशन वॉयर की चपेट में आ गये और बुरी तरह झुलस गये, आनन-फानन में पीडि़त को देवांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, दूसरी तरफ विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो गई, जो देर रात तक व्यवस्थित नहीं हो पाई, मुख्यालय में भले ही नगर पालिका और जिला प्रशासन अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाहियों को लेकर अपनी पीठ समय-समय पर थपथपाती रही हो, लेकिन उक्त निर्माण कार्य के अलावा सिर्फ इसी मार्ग पर ही कई अवैध निर्माण कार्य जारी हैं, जो निचले स्तर के राजस्व कर्मचारियों की सांठ-गांठ से संपन्न हो रहे हैं।
यह हुआ मंगल की दोपहर
रेलवे की सिग्रल विभाग में कार्यरत मास्टर क्राफ्ट मैन (एमसीएम) राज कुमार नागवानी के द्वारा वार्ड नंबर 32 में रेलवे और नपा के राजस्व हलके के बार्डर पर दो मंजिला मकान का निर्माण कराया जा रहा था, निरंतर मकान का निर्माण यहां से गुजरने वाले रेलवे के 11 केवी हाईटेंशन वायर से कम से कम तीन मीटर दूरी में किया जाना चाहिए, लेकिन नपा के राजस्व कर्मचारियों और रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग के जिम्मेदारों ने जुगाड़ के हमाम में डुबकी लगाकर वरिष्ठ अधिकारियों को अंधेरे में रखा और निर्माण की अनुमति दे दी। मंगलवार को दोपहर 2 से 3 बजे के बीच निर्माण कार्य में लगा राजेन्द्र विश्वकर्मा नामक युवक हाईटेंशन वायर के चपेट में आ गया, वायर टूट गई और श्रमिक बुरी तरह से झुलस गया।
सबने लगाई हमाम में डुबकी
घटना के तुरंत बाद इसकी जानकारी रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग के जेई एलविन पीटर तक पहुंची, हालाकि उन्होंने पूरे घटना क्रम की शिकायत आरपीएफ में दी और लाईन सुधारने में लग गये, लेकिन मीडिया के समक्ष वे पूरी घटना को बताने से बचते रहे, दूसरी तरफ रेलवे पुलिस बल के जवान सूचना के बाद मौके पर आये, लेकिन लाईन टूटने और रेलवे परिक्षेत्र में निर्माण को लेकर संभवत: कोई कार्यवाही नहीं की। इधर घायल राजेन्द्र विश्वकर्मा को राज कुमार नागवानी व निर्माण कार्य करवा रहे ठेकेदार चोरी छुपे इलाज करवाने देवांता अस्पताल ले गये, दोपहर लगभग 3 बजकर 40 मिनट पर देवांता में ओपीडी की पर्ची कटवाई गई। स्पष्ट रूप से दुर्घटना विदित होने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने पूर्व की तरह घटना की तहरीर कोतवाली नहीं भेजी।
अकेले राजकुमार नहीं और भी हैं अतिक्रमणकारी
वार्ड नंबर 32 स्थित दरभंगा चौक से किरण टॉकीज जाने वाले मार्ग पर अकेले राज कुमार नागवानी ही नहीं अन्य ने भी अवैध अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है, जिसमें रेलवे में पदस्थ दीपक नामक कर्मचारी का नाम सामने आया है, जो सूदखोरी के कारोबार से जुड़ा है, यही नहीं संतोष टेढ़का नामक व्यक्ति जो बिना किसी कारोबार या नौकरी के ही लगातार साहूकारों की श्रेणी में शुमार होता जा रहा है, उक्त व्यक्ति के द्वारा भी इस मार्ग पर अवैध निर्माण किये जाने की खबर है। राजकुमार के संदर्भ में यह भी जानकारी आई कि 2 वर्ष पहले तार कटवा रहा था तो, तार टूटी थी, तब भी करीब 1 दिन लाईट पूरी तरह बंद थी।
इनका कहना है…
मैं अनुमति लेकर मकान बना रहा हूं, मैं फोन पर आपसे ज्यादा बात नहीं करूंगा।
राज कुमार नागवानी
मास्टर क्राफ्ट मैन, रेलवे शहडोल
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घटना की सूचना फोन पर मिली थी, मैं अभी अवकाश पर हँू, जांच के बाद कार्यवाही अवश्य होगी।
अश्विनी कुमार
थाना प्रभारी
आरपीएफ, शहडोल
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राजेन्द्र विश्वकर्मा ने ओपीडी की पर्ची 3 बजकर 40 मिनट पर कटवाई थी, पर वह भर्ती नहीं हुआ, 4 बजकर 20 मिनट पर अस्पताल से चला गया।
संजय तिवारी
प्रबंधक, देवांता हॉस्पिटल, शहडोल
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दोपहर में केबल लाईन टूटने की सूचना मिली, तब से हम लाईन जोडऩे में लगे हैं, आरपीएफ को सूचना दे दी है, कैसे टूटी यह जांच का विषय है।
एलविन पीटर
जेई, रेलवे, शहडोल
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घटना के संदर्भ में जानकारी नहीं है, तत्काल मौके पर राजस्व कर्मचारियों को भेजकर हो रहे निर्माण की जांच करवाते हैं।
अमित तिवारी
सीएमओ, नपा शहडोल
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देवांता अस्पताल से कोई भी तहरीर नहीं आई, हम मामले की जांच करवा कर कार्यवाही करेंगे।
रत्नांबर शुक्ला
कोतवाली प्रभारी, शहडोल