आंगनबाडिय़ों के मंगल पर भ्रष्टाचार का ग्रहण

बुढ़ार परियोजना के हर केन्द्र से हो रही अवैध वसूली
500 रूपये में हर माह 200 रूपये चाहिए मुखिया को

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। बुढ़ार विकास खण्ड स्थित महिला बाल विकास का परियोजना कार्यालय इन दिनों आंगनबाडिय़ों से अवैध वसूली के कारण चर्चाओं में बना हुआ है। खबर है कि विभाग द्वारा विकास खण्ड की प्रत्येक आंगनबाड़ी में मंगल दिवस के आयोजन हेतु हर माह 500 रूपये की राशि भेजी जाती है, जिसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को खर्च करना होता है, लेकिन बुढ़ार में परियोजना अधिकारी के द्वारा सुपरवाईजर तथा शहडोल के किसी अनाधिकृत व्यक्ति द्वारा सभी आंगनबाडिय़ों से दबाव बनाकर प्रतिमाह 200-200 रूपये के हिसाब से राशि वसूलने के आरोप लगे हैं।
सिंदूर और टॉफी की राशि हजम
महिला बाल विकास विभाग द्वारा हर माह के चार मंगलवारों को अलग-अलग कार्यक्रम तय कर उसमें खर्च करने के लिए 500 रूपये की राशि तय की गई है, हर पहले मंगलवार को आंगनबाड़ी क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली गर्भवती महिलाओं को बुलाकर उन्हें सिंदूर की डिबिया सहित कुछ और श्रंगार सामग्री दी जानी होती है, दूसरे मंगलवार को अन्नप्रासन्न और तीसरे मंगलवार को यहां आने वाले नौनिहालों के जन्म दिन में उन्हें टाफिया और केक खिलाने के लिए राशि दी जाती है, चौथे मंगलवार को लालिमा दिवस के रूप में मनाया जाता है, शर्म और अचरज इस बात का है कि इस छोटी सी राशि पर भी जिम्मेदारों ने भ्रष्टाचार का ग्रहण लगा दिया।
चला सिफारिशों का दौर
परियोजना अधिकारी नाज खान के ऊपर लगे आरोपों के संदर्भ में जब उनसे प्रतिक्रिया जाननी चाही तो, उन्होंने आरोपों को एक सिरे से नकार दिया, लेकिन इसके साथ ही फर्जी पत्रकारों और अन्य स्वयं-भू सम्मानियों द्वारा इस मामले में सिफारिशों की झड़ी लगा दी गई। वहीं दूसरी ओर कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जनप्रिय कलेक्टर और संभागायुक्त से जांच व कार्यवाही की मांग की है।