कबाड़ी बालू और उदय का खैरहा क्षेत्र में आतंक ?

प्रबंधन ने शिकायत देना बंद किया, कबाड़ी ने शुरू कर दी कोयले की भी चोरी
कई प्रभारी बदले, पर नहीं बदला दस्तूर
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। बीते करीब एक दशक से खैरहा थाना अंतर्गत राजेन्द्रा कालोनी के समीप नर्सरी के बीच बालू ने कबाड़ का कारोबार शुरू किया था, टिन, चद्दर, शीशी की खरीदी के नाम पर कबाड़ खरीदने की आड़ में क्षेत्र की कोल माईंसो और कालरी कालोनियों से लोहा और अन्य कीमती उपकरण, धातुएं चोरी कर उसे शहडोल के तथाकथित कबाड़ी के माध्यम से बाहर बेचा जाता रहा। बीते 8 से 9 वर्षाे के दौरान यह कार्य अपनी गति से चलता रहा, लेकिन इधर के एक वर्ष में कबाड़ के कारोबार का क्षेत्र की दामिनी, खैरहा, नवगवां व अन्य खदानों में दखल इस कदर बढ़ा कि कथित कबाड़ी और वर्दीधारियों की जुगलबंदी के आगे कोल माईंस के अधिकारी बौने नजर आने लगे। माईंसो में रात तो दूर, दिन के उजाले में कबाड़ी के गुर्गाे ने हथियार लेकर प्रवेश करना शुरू कर दिया, ऐसा नहीं है कि माईंस के अधिकारी-कर्मचारी खामोश रहे हो, उन्होंने सिर्फ बीते 4 से 6 महीनों के दौरान एक माईंस से ही 6 से 7 लिखित शिकायत थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
काले हीरे की कालाबाजारी
वर्दीधारियों का वद्र्धहस्त मिलने के बाद बालू नामक कथित कारोबारी के साथ उदय भी सक्रिय हो गया, अब एक ही ठीहे से कबाड़ के कारोबार के हिसाब-किताब के साथ कोयले का कारोबार भी शुरू हो गया, क्षेत्र की उन्हीं माईंसों को दोबारा निशाना बनाया गया और अवैध रूप से कोयले की चोरी को बढ़ावा मिला। पूरे दिन युवाओं और महिलाओं की टोली यहां से बोरियों में कोयला निकालकर उदय के कथित ठीहे पर पहुंचाने लगी, काले हीरे की चोरी का आलम यह है कि रोजाना कम से कम एक ट्रक कोयला अवैध रूप से निकाला जाने लगा है।
जाने कब-कब की गई शिकायत
अकेले दामिनी भूमिगत खदान के जिम्मेदारों ने 03 जुलाई की रात की घटना का विवरण देते हुए खैरहा थाना प्रभारी को पत्र लिखा, जिसमें रात्रि लगभग 2 बजे के आस-पास 20 से 22 की संख्या में अज्ञात लोगो द्वारा खतरनाक हथियार लेकर प्रवेश करने का उल्लेख किया गया, तथा 1 लाख 14 हजार की 20 मीटर केबल ले जाने की शिकायत दी गई। 27 अगस्त को फिर शिकायत दी गई, जिसमें 26-27 की दरमियानी रात माईंस के प्रबंधक कार्यालय की बगल की दीवार तोड़कर घुसने का प्रयास बदमाशों द्वारा किया गया, इसी बीच माईंस के सुरक्षाकर्मी सामने आये और विवाद की स्थिति बनी, 1 दिसम्बर को माईंस के सुरक्षा प्रभारी ने थाने में शिकायत दी कि 30 नवम्बर की रात 2 से ढ़ाई बजे के बीच घुसे व स्टोर के पास रखे मोटर व स्विच चोरी करके ले गये। इससे पूर्व 2 जुलाई की एक शिकायत दी गई, जिसमें गैस कटर, चैनल, जाली, हापुल, तेल व अन्य सामानों की एक सूची पुलिस को दी गई, जिसमें खदान परिसर में स्थित कैटीन के पीछे से सीट निकालकर चोरी करने का उल्लेख किया गया। 11 अगस्त को दी गई शिकायत में 2 नग ट्रांसफार्मर का हिस्सा, 2 नग एमएचडी मशीन और 2 नग कार्ड स्विच की वॉयर चोरी होने की लिखित शिकायत दी गई। इसके अलावा अन्य कई शिकायतें भी दामिनी और अन्य माईंस प्रबंधकों द्वारा 6 माह के दौरान की गई।
उल्टा शासकीय कर्मियों पर दबाव
माईंस के कई अधिकारियों ने बताया कि शिकायत देने के बाद उस पर कार्यवाही और जांच तो दूर उल्टा कई दशकों पहले अन्य उपक्षेत्रों और मुख्यालय से आये उपकरणों के बिल मांगे जाते हैं, यही नहीं जब उनके बिल और चोरी हुई वस्तुओं की सूची दे दो तो अनावश्यक जांच के नाम पर कई घंटों तक थाने में बैठाया जाता है, कभी भी पुलिस ने माईंस के सुरक्षाकर्मियों की शिकायत व बताये स्थान पर गंभीरता से कार्यवाही नहीं की। कालरी अधिकारियों को दुधारू गाय मानकर उल्टा बयान व एफआईआर में नाम डालकर पेशी के नाम पर डराया जाता है। जिससे अब चोरी की शिकायतें भी कम की जा रही हैं।
गंभीर वारदात के जिम्मेदार होंगे वर्दीधारी
कबाड़ के बाद बीते कुछ माहों से उदय ने कोयले की प्लाटिंग भी शुरू कर दी है, इसके साथ ही उसके गुर्गाे की टोली भी वृह्द हो चली है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कबाड़ और कोयले के अवैध कारोबार से होने वाली दो नंबर की कमाई का खर्च जुआं और नशीली वस्तुओं के उपयोग में किया जा रहा है, ऐसी स्थिति में कथित कबाड़ी के गुर्गे नशे में किसी दिन माईंस के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के साथ कोई गंभीर वारदात कर दें, यह कहा नहीं जा सकता।
इनका कहना है…
कबाड़ और कोयले के अवैध कारोबार की जानकारी नहीं है। मैं कल ही तस्दीक कराता हँू, यदि पूर्व में शिकायतें आईं हैं तो कार्यवाही अवश्य होगी।
उदय भान मिश्रा
थाना प्रभारी, खैरहा