कोयलांचल में नाच रही 52 परी@कटघरे में खाखी और खादी

(Amit Dubey-8818814739)
कोतमा। कोयलांचल इन दिनों अवैध गतिविधियों का गढ़ बन गया है। नगर में पुलिस के संरक्षण में जम कर अवैध कारोबार खुलेआम धड़ल्ले से चल रहे है। जिसमें अवैध जुआ, सट्टा, अवैध शराब का कारोबार शामिल है। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि नगर में कई काम करने वाले मजदूर अपनी दैनिक मजदूरी की कमाई का पैसा अवैध रूप से नगर में कई जगह चल रहे जुआं में लगा कर खर्च कर रहे हैं। नगर में कई जगह-जगह जुआं खुलेआम संचालित किया जा रहा है। जिससे अपराध अपने पैर पसार रहा है।
धड़ल्ले से चल रहा जुआं
रात होते ही जुआं फड़ पर युवा पीढ़ी का हुजूम उमडऩे लग जाता है। शाम होते ही चिन्हित ठीहों पर युवाओं के अलावा मजदूर वर्ग की भी भीड़ जुट रही है। जिसमें खुलेआम 52 परी नचाई जा रही है। देर रात में नशे में धुत कई युवा नगर की सड़कों पर तेज गति से बाइक दौड़ा कर हो हल्ला करते हुए देखे जा सकते है। युवा पीढ़ी जुआं के ठीहों पर मशगुल होकर इस गंदे धंधे की ओर अग्रसित होकर इसके आदि हो रहे है। जिससे अपराध की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा नगर के आसपास कई जगह अवैध रूप से जुआ का कारोबार भी धड़ल्ले से जारी है। इसमें बाहर गांव से कई सटोरिए जुआ खेलने दूर-दूर से आते हैं। नगर में अवैध रूप से चल रहे ये सारे कारोबार नगर की शांति में बाधक बने हुए हंै।
मनीष सहित कई हैं शामिल
नगर मे बड़े पैमाने पर जुए के फड़ का संचालन हो रहा है, सूत्रों की माने तो इस पूरे कारोबार का संचालन मनीष, प्रभात, अतुल, उमेश एवं रमेश के द्वारा कराया जा रहा था, तास के 52 पत्तो का फड़ जो की दिन हो या रात निरंतर जारी रहता है, लोगों को बर्बाद करने वाला ये खेल साथ यहां दारू भी पिलाई जाती है। जिससे युवा नशे में मारपीट करने पर भी उतारू हो जाते हैं।
मजबूरन चुकाना पड़ता कर्ज
वहीं नगर मे ब्याज का धंधा जोरो पर फल फूल रहा है जो जुआरियो को मनमाने ब्याज पर फड़ में ही रुपया उपलब्ध करवा देते है और न मिलने पर जान से मारने की धमकी तक दे दी जाती है, जिससे मजबूरन परिवार वालो को अपना जेवर बेंच ब्याज चुकाना पड़ जाता है और जब मजबूर परिवार वाले उक्त व्यक्ति का कर्जा चुकता कर देता तो ये जरूर कह देता है की भइया अब कोई भी मेेरे घर वालो को पैसा मत देना।