कोरोना वायरस संक्रमण के कारण, ढोलू कंपनी के कर्मचारियों ने किया काम करने से इंकार@ खड़ी हो गई सभी गाड़ियां

Santosh Sharma:
धनपुरी-सोहागपुर क्षेत्र अंतर्गत अमलाई ओसीएम के अधीन कोयला उत्पादन में सहयोग करने वाली निजी कंपनी ढोलू के सभी कर्मचारियों ने काम करने से इंकार कर दिया और सभी गाड़ियां खड़ी हो गई विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ढोलू कंपनी के कर्मचारी कोरोनावायरस संक्रमण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए काम करने से मना कर रहे हैं उनका कहना है कि इस समय हम अपने आप को स्वस्थ एवं सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों में रहना चाहते हैं कर्मचारियों के अचानक काम बंद कर देने से ढोलू कंपनी के प्रबंधन में हड़कंप मच गया है कंपनी का मैनेजर प्रमोद सिंह लगातार काम बंद करने वाले कर्मचारियों से वार्ता कर रहा है लेकिन कर्मचारी बात मानने को तैयार नहीं है
मास्क एवं सैनिटाइजर जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है उपलब्ध-ढोलू कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा वर्तमान समय में कर्मचारियों को मास्क एवं सैनिटाइजर जैसी मूलभूत सावधानी वाली आवश्यक वस्तुएं भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही ना ही कंपनी में सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा कंपनी के कर्मचारी दहशत के माहौल में काम करने को मजबूर हो रहे थे अंत में मजदूरों ने काम बंद करने का निर्णय लिया और गाड़ियां खड़ी कर दी
ढोलू कंपनी का मैनेजर चर्चा में-ढोलू कंपनी का मैनेजर प्रमोद सिंह अपनी कार्यशैली के कारण लगातार चर्चा में बना हुआ है पूर्व में इस मैनेजर के द्वारा जिला कलेक्टर के आदेशों की भी खुलेआम अवहेलना की जा चुकी है लॉक डाउन के दिशा निर्देशों के अनुसार जो भी व्यक्ति 1 जनवरी 2020 के बाद से जिले की सीमा से बाहर गए थे उन्हें विधिवत अपनी जानकारी प्रशासन को देनी थी और कोरोनावायरस से संबंधित लक्षणों की जांच करवानी थी ढोलू कंपनी के कई कर्मचारी होली की छुट्टी मना कर ऐसे प्रदेशों से वापस लौटे थे जहां कोरोनावायरस संक्रमण का फैलाव हो चुका था लेकिन इसके बाद भी ढोलू कंपनी के मैनेजर प्रमोद सिंह के द्वारा प्रशासन को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई और कर्मचारियों को ड्यूटी पर उतार दिया जब यह जानकारी अखबारों की सुर्खियां बनी तो खबर छपने के बाद ढोलू कंपनी के मैनेजर प्रमोद सिंह ने पहले सिर्फ 8 कर्मचारियों के नाम थाना धनपुरी को दिए लेकिन अब विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुल 22 कर्मचारियों की जांच करवाई गई और उन्हें घर में रहने के लिए कहा गया