कोरोना संकट समाजसेवियों ने बढ़ाए हाथ गरीबों को के घर पहुंचाया राशन

शहडोल। कोरोना संकट से निपटने के लिए जहां जिला प्रशासन सहित प्रदेश व केंद्र की सरकार अपने स्तर पर हर प्रयास कर रही है वहीं जिले के समाजसेवी भी इस संकट की घड़ी में आगे आकर लोगों की मदद करने से नहीं चूक रहे हैं, जिले के बुढार और अमलाई क्षेत्र में समाजसेवियों द्वारा आगे बढ़कर गरीब दिहाड़ी मजदूरों के यहां राशन सामग्री पहुंचाई गई, गुरुवार को अमलाई रेलवे स्टेशन के समीप दुर्गा मंदिर मुख्य बाजार के किराना व्यवसाई ओमप्रकाश डोडानी और आकाश डोडानी द्वारा स्थानीय युवाओं को साथ लेकर क्षेत्र के गरीब बस्तियों में चावल दाल व अन्य खाद्य सामग्रियों के पैकेट बनाकर निशुल्क बांटे गए।
इस दौरान स्थानीय जनपद सदस्य पवन चीनी, पत्रकार निजामुद्दीन अली, कैलाश भाई और अन्य युवा भी मौजूद रहे, युवा व्यवसाई ओमप्रकाश डोडानी गल्ला भैया ने कहा कि हमें मिलकर इस महामारी से निपटना होगा उन्होंने कहा कि जिस किसी भी मजदूर के यहां यदि भोजन आदि की दिक्कत है तो उसके लिए डोडानी परिवार 24 घंटे सहायता के लिए खड़ा है, साथ ही उन्होंने आम जनों से अपील करते हुए कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है आज हमारा क्षेत्र ही नहीं पूरा प्रदेश देश और विश्व कोरोना जस्सी महामारी से जूझ रहा है, ऐसी स्थिति में हमें मिलकर इस संकट से उबरना वरना होगा श्री डोडानी ने कहा कि ऐसी विषम परिस्थितियों में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा घोषित किए गए कई दिनों 21 दिनों के लॉक डाउन का मिलकर पालन करें साथ ही सोशल डिस्टेंस के फार्मूले को अपनाएं तभी इस बीमारी की चेन को तोड़ पाना संभव होगा श्री डोडानी ने आम जनों से यह अपील भी की की इन विषम परिस्थितियों में एक दूसरे का सहयोग करें तथा व्यापारियों से अपील की कि मुनाफाखोरी व जमाखोरी जैसी स्थितियों से बचें जनसेवा मानव सेवा के लिए आगे बढ़े।
बुढ़ार में भी आगे आये युवा
नेशन फर्स्ट ग्रुप द्वारा क्षेत्र में रोज कमाने खाने वाले दिहाड़ी मजदूरों, असहाय लोगों एवं गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे सैकड़ों गरीबों की मदद के लिए उन्हें यथासंभव मुफ्त अनाज एवं जरूरी दवाईयां उपलब्ध कराने का यथासंभव प्रयास कर रहा है। आज ऐसे ही एक जरूरतमंद दिव्यांग परिवार के यहां ग्रुप के सदस्य सूरज कहार सहायता लेकर पहुंचे। ज्यादा ना सही पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा देश में संकट की इस घड़ी में बांधे जा रहे रामसेतु में हमारा यह प्रयास ज्यादा न सही पर एक गिलहरी की भूमिका जरूर अदा करेगा।