गंगा कावेरी धान के नाम का गोरख धंधा चल रहा बाजार में ,सैकड़ों किसान हो रहे ठगी के शिकार सो रहा जिम्मेदार विभाग

(मानपुर से जय प्रकाश शर्मा)
मानपुर/उमरिया-बरसात शुरू होते ही काश्तकारी को लेकर किसानों ने खाद बीज का इंतजाम करने के लिए लगे हुए हैं, और विभिन्न किस्म के धान, बीजो को लेकर कृषि विभाग के चक्कर काट रहे हैं, आलम ये है कि कृषि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से अब तक क्षेत्र के किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध नही हो पा रहे। कृषि विभाग से बीज उपलब्ध न होने की वजह से किसान बाजारों में मंहंगे दाम देकर बीज खरीदने को मजबूर हैं। पूरे बाजार में जनचर्चाएँ हैं कि दुकानकारो द्वारा बीज की कमी को देखते हुए मनमर्जी तरीके से धान बीज को निर्धारित दाम से अधिक दाम वसूलकर बीज बेच है।
जनचर्चा है कि मानपुर सहित आसपास के क्षेत्र में गंगा कावेरी धान बीज की कमी के चलते मिलावटखोर दुकानदारों ने नकली गंगा कावेरी धान अधिक दाम में बेच रहे है , मजबूरी और अज्ञानता वश किसान नकली बीज खरीदकर ठगी के शिकार हो रहे है।
क्षेत्र के राजनीतिक गलियारों में चर्चित स्थानीय नेता राहुल द्विवेदी ने कृषि अधिकारियों पर लापरवाही और मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से ही पूरे क्षेत्र में नकली और बिना प्रमाणिकता के धान बीज धड़ल्ले से बिक रहे है। और अधिकारी निरीक्षण और कार्यवाही करने की बजाए उन्हें खुली छूट दे रखा है। आमतौर पर देखा जाए तो गंगा कावेरी नाम की असली धान करीब 8 से 9 सौ रुपये प्रति बोरी विक्रय की जाती थी लेकिन पूरे संभाग में इस किस्म के धान की कमी ने 17 सौ रुपए में नकली गंगा कावेरी धान बेखौफ होकर बेची जा रही है। पूरे बाजार में लगी किसानों की भीड़ और मनमानी दामो के धान बीज को खुलेआम देखा जा सकता है। वहीं जिम्मेदार इस ओर तनिक भी ध्यान नही दे रहे हैं।