बुढ़ार में सक्रिय सट्टा गिरोह, अमलाई, धनपुरी में शांति…?

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सोमवार को बुढ़ार में थोक में हुई कार्यवाहियां
साढ़े 3 घंटो में 6 सट्टोरियों को नगदी व पट्टी सहित किया गिरफ्तार
प्यादों पर पुलिस की कार्यवाही, मुखिया अब भी पहुंच से दूर

शहडोल । जिले का कोयलांचल क्षेत्र कहलाने वाला पुलिस अनुविभाग धनपुरी का क्षेत्र अर्से से संगठित आपराधिक गिरोह जैसे सट्टा माफिया, शराब माफिया, कोल माफिया और ऐसे ही अनैतिक कारोबार का गढ़ माना जाता है। भले ही पुलिस पूरी तरह से ऐसे कारोबार पर अंकुश लगाने का दावा करती हो, लेकिन खुद पुलिस के द्वारा समय-समय पर की गई कार्यवाहियां और चौक-चौराहों की चर्चा अवैध कारोबारों के कभी न बंद होने की ओर इशारा करते हैं। सोमवार को बुढ़ार पुलिस ने लंबे अर्से के बाद बिना किसी शिकायत के महज साढ़े 3 घंटो में अलग-अलग स्थानों से सट्टा पट्टी काटते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया, इन सभी के खिलाफ सट्टा एक्ट के तहत कार्यवाही की गई, पुलिस की कार्यवाही नि:संदेह प्रशंसनीय है, लेकिन सवाल यह उठता है कि जब बुढ़ार में सट्टा चल रहा है तो उससे जुड़े कोयलांचल के अमलाई, धनपुरी व खैरहा में सट्टा क्या पूरी तरह से बंद है। खासकर खैरहा व धनपुरी में सट्टे के कारोबार की शिकायतें लगातार आने के बाद भी शायद वहां के प्रभारी कार्यवाही करने के बजाय शिकायतों के पानी के गले तक भरने का इंतजार कर रहे हैं।
यह किया बुढ़ार पुलिस ने
सोमवार को बुढ़ार पुलिस ने सबसे पहली कार्यवाही दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर की, जिसमें संतोष कोल पिता बुल्ली कोल उम्र 36 वर्ष को 365 रूपये नगद व सट्टा पट्टी के साथ पकड़ा, दूसरी कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे की गई, जिसमें मुन्ना लाल कहार पिता सूर्य प्रसाद से सट्टा पर्ची व 540 रूपये जब्त किये गये, तीसरी 2 बजकर 50 मिनट पर अशीष चेलानी पिता मेवा चेलानी उम्र 24 साल से 470 रूपये की जब्ती बनाकर की गई, चौथी कार्यवाही 3 बजे की गई, जिसमें लव्वू पटेल पिता जवाहर पटेल से 400 रूपये की जब्ती बनाई गई, पांचवी कार्यवाही 3.30 बजे की गई, जिसमें रामजी गुप्ता पिता सुरेश गुप्ता उम्र 36 वर्ष को गिरफ्तार किया गया, उसके पास से 770 रूपये व सट्टा पट्टी पुलिस को मिली, बुढ़ार पुलिस ने अंतिम कार्यवाही 4.30 बजे की, जिसमें हीरालाल पिता विश्वकर्मा उम्र 30 वर्ष के पास से 400 रूपये की जब्ती की गई।
प्यादे ही बना दिये गये सरगना
एक ही थाना क्षेत्र के महज कुछ स्क्वॉयर किलोमीटर क्षेत्र में एक साथ 6 सट्टोरिये अलग-अलग स्थान से पकड़े जाते हैं, पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कार्यवाही करना तो लाजमी है, लेकिन इन प्यादों के पीछे कौन इस संगठित आपराधिक गिरोह का संचालन कर रहा है, पड़े गये 6 आरोपियों में से पुलिस किसी से भी उसका नाम नहीं उगलवा पाई, शायद यही कारण है कि प्यादों को ही सरगना बना दिया गया और सरगना दूसरे प्यादों से आज भी अपना कारोबार कर रहा है।
धनपुरी, अमलाई, खैरहा भी हैं गढ़
ऐसा नहीं है कि सट्टे का कारोबार सिर्फ कोयलांचल के बुढ़ार कस्बे में ही संचालित है, कोयलांचल के ही धनपुरी अनुभाग के अन्य तीन थानों में भी दर्जनों स्थानों पर खुलेआम सट्टे की बुकिंग होती है, यह दिगर बात है कि अभी स्थानीय थाना प्रभारियों का मन सट्टा कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही करने का नही है। खासकर खैरहा और धनपुरी कोयलांचल के दो ऐसे क्षेत्र हैं, जो कोलमाईंसों के केन्द्र हैं और यहां सट्टा ही नहीं शराब की अवैध पैकारी, अवैध कबाड़, सहित कोयले आदि का अवैध कारोबार खुलेआम होता है।
इनका कहना है…
पकड़े गये किसी भी आरोपी ने सरगना का नाम नहीं बताया, वे खुद ही सट्टे का संचालन करते थे।
अनिल पटेल
थाना प्रभारी, बुढ़ार

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