उमरिया के तीन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश

चयन हुआ कम्प्यूटर डिप्लोमा, अधिकारियों ने करवा दी नर्सिंग
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। कमिश्नर आर.बी. प्रजापति ने तत्कालीन महिला एवं बाल विकास सशिक्तकरण अधिकारी उमरिया जे.पी. सोनी के विरूद्ध विभागीय जॉच संस्थित की है। श्री सोनी के विरूद्ध प्रकरण में पाया गया है, मुख्यमंत्री महिल सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत सुप्रिया खण्डेवाल जिला चयन कम्प्यूटर डिप्लोमा हेतु किया गया था तथा रावतपुरा सरकार इस्ट्यूट ऑफ नर्सिंग शहडोल में नर्सिंग कोर्स हेतु 3 वर्षीय एड्मीशन कोर्स आवासीय में एड्मिशन हुआ। प्राप्त शिकायतो के आधार पर जांच में पाया गया कि जिला स्तर पर समिति द्वारा सुप्रिया ख्ंाडेलवाल का चयन कम्प्यूटर डिप्लोमा हेतु किया गया था न कि तीन वर्षीय नर्सिंग प्रशिक्षण हेतु। तत्कालीन महिला एवं बाल विकास सशिक्तकरण अधिकारी श्री सोनी द्वारा मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना अंतर्गत हितग्राही सुप्रिया खंडेलवाल को गलत तरीके से योजना का लाभ दिया जाकर भुगतान किया गया। जिससे शासन को 53 हजार 100 रूपये की आर्थिक क्षति हुई।
पहुंचाई 75 हजार की आर्थिक क्षति
परियोजना अधिकारी एवं तत्कालीन जिला महिला सशक्तीकरण महिला बाल विकास जिला उमरिया सुरेन्द्र सदाफल के विरूद्ध विभागीय जॉच संस्थित की है। श्री सदाफल के विरूद्ध प्रकरण में पाया गया है, मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत सुप्रिया खण्डेवाल जिला चयन कम्प्यूटर डिप्लोमा हेतु किया गया था तथा रावतपुरा सरकार इस्ट्यूट ऑफ नर्सिंग शहडोल में नर्सिंग कोर्स हेतु 3 वर्षीय एड्मीशन कोर्स आवासीय में एड्मिशन हुआ। प्राप्त षिकायतो के आधार पर जांच में पाया गया कि जिला स्तर पर समिति द्वारा सुप्रिया ख्ंाडेलवाल का चयन कम्प्यूटर डिप्लोमा हेतु किया गया था न कि तीन वर्षीय नर्सिंग प्रशिक्षण हेतु। परियोजना अधिकारी एवं तत्कालीन जिला महिला सशक्तीकरण महिला बाल विकास जिला उमरिया श्री सदाफल द्वारा मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना अंतर्गत हितग्राही सुप्रिया खंडेलवाल को गलत तरीके से योजना का लाभ दिया जाकर भुगतान किया गया। जिससे शासन को 75 हजार रूपये की आर्थिक क्षति हुई।
कराया नर्सिंग का कोर्स
सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास जिला उमरिया सुश्री दिव्या गुप्ता के विरूद्ध विभागीय जॉच संस्थित की है। सुश्री गुप्ता के विरूद्ध प्रकरण में पाया गया है, मुख्यमंत्री महिल सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत सुप्रिया खण्डेवाल जिला चयन कम्प्यूटर डिप्लोमा हेतु किया गया था तथा रावतपुरा सरकार इस्ट्यूट ऑफ नर्सिंग शहडोल में नर्सिंग कोर्स हेतु 3 वर्षीय एड्मीशन कोर्स आवासीय में एड्मिशन हुआ। प्राप्त शिकायतो के आधार पर जांच में पाया गया कि जिला स्तर पर समिति द्वारा सुप्रिया ख्ंाडेलवाल का चयन कम्प्यूटर डिप्लोमा हेतु किया गया था न कि तीन वर्षीय नर्सिंग प्रशिक्षण हेतु। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी जिला उमरिया सुश्री दिव्या गुप्ता द्वारा मुख्यमंत्री महिला सषक्तिकरण योजना अंतर्गत हितग्राही सुप्रिया खंडेलवाल को गलत तरीके से योजना का लाभ दिया जाकर भुगतान किया गया। जिससे शासन को 54 हजार 950 रूपये आर्थिक क्षति हुई। आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना एवं अनुमति के 13 सितम्बर से 18 सितम्बर 2019 तक अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित एवं मुख्यालय से बाहर रहने पर आयुक्त द्वारा कारण बताओं सूचना पत्र भी जारी किया गया है।
15 दिनों की मोहलत
कमिश्नर द्वारा विभागीय जांच संस्थित कर जांच प्रकरण में आरोप पत्र, आरोपो का विवरण अभिलेख सूची एवं सक्ष्यों की सूची भेजकर संबंधित से 15 दिवस के अंदर विभागीय जॉच में प्रत्यक्ष सुनवाई, मौखिक जॉच अथवा अपने बचाव में कोई तथ्य या साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहती है तो सूची प्रस्तुत करने के निर्देश दिए और कहा है कि यदि आपकी ओर से नियत समयावधि में लिखित प्रतिवाद प्रस्तुत नही किया जाता है तो यह माना जायेगा कि आपको कुछ नही कहना और प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।