धनपुरी नपा : परिसीमन और वार्डों के आरक्षण से नेता पशोपेश में

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नये आरक्षण में 28 में 14 वार्डो महिलाओं के लिये आरक्षित
परिसीमन से सरक गये नेताओं को परम्परागत वोट और गढ़
अनारक्षित ने लिये 28 में से 15 सीटे पर 6 पर महिलाओं का कब्जा

(शंभू यादव +91 98265 50631)
शहडोल। जिले की सबसे धनी नगर पालिकाओं में शुमार धनपुरी नगरपालिका के 28 वार्डों के लिए आगामी चुनाव हेतु आरक्षण की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा संपन्न करा ली गई है, पूर्व में धनपुरी नगर पालिका 20 वार्डो तक सीमित थी समय के साथ-साथ जनसंख्या का घनत्व बढऩे के कारण चुनावों से पहले आरक्षण की प्रक्रिया और वार्डो के परिसीमन की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा की जानी थी, जिसमें वार्डो के परिसीमन के बाद अब आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न कराई गई कुल 28 वार्डों में बटी नगर पालिका में अजा के लिए जिन वादों को आरक्षित किया गया है, उसमें वार्ड क्रमांक 10, 13 और 14 को शामिल किया गया है, वहीं अजजा के लिए वार्ड क्रमांक 12 15, 25, 26, 28 को लिया गया है, इसके अलावा पिछड़ा वर्ग के लिए वार्ड क्रमांक 18, 16,17 व 20 का चयन किया गया है, अनारक्षित वार्डो में वार्ड क्रमांक 2, 3, 4, 5, 7, 9 ,11, 18, 19, 21, 22, 23, 24 व 27 को रखा गया है। इसी तरह महिलाओं के लिए जो वार्ड आरक्षित किए गए हैं उसमें वार्ड क्रमांक 10 और 14 महिलाओं के लिए आरक्षित है, वहीं वार्ड क्रमांक 12, 15 और 25 को अजा महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है, अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए वार्ड क्रमांक 8, 17, 20 को रखा गया है, अनारक्षित वर्ग की महिलाएं के लिए वार्ड क्रमांक 23, 5, 6,9 और 21 को रखा गया है, इस तरह नगर पालिका क्षेत्र के 28 वार्डों का चुनाव से पहले आरक्षण के साथ ही क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज होने के आसार हैं।
कर्णधारों की होगी अग्नि परीक्षा
वार्डों के नये परिसीमन और आरक्षण के बाद नपा की पूरी तस्वीर ही बदलती दिख रही है, बीते कई चुनावों से नपा के कर्णधारों के जिन वार्डों को अपना गढ़ बनाकर रखा था, नये परिसीमन के बाद उनके वार्ड अन्य वार्डों में विलय हो गये, टूट-फुट के बाद बची-कुची कसर वार्डों के आरक्षण ने पूरी कर दी, नपा के पूर्व अध्यक्ष श्रीमती रविन्दर कौर छाबड़ा का गृह वार्ड क्रमांक 1 अब 3 वार्डों में तब्दील हो गया है, अब यहां से नपा की पूर्व अध्यक्ष सहित वर्तमान भाजपा के जिलाध्यक्ष की इज्जत दांव पर तो लगेगी ही, वार्ड क्रमांक-1 से भाजपा के पार्षद रहे अशोक जायसवाल, कांग्रेस के पार्षद रहे अशोक सिंह सहित वर्तमान में प्रशासनिक समिति के सदस्य व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हनुमान खंडेलवाल, कांग्रेस के ही ब्लाक अध्यक्ष सुजीत सिंह चंदेल, बलमीत सिंह खनूजा सहित नारायण त्रिपाठी जैसे दिग्गजों का ग्रॉप वार्डों की चुनाव प्रक्रिया और नतीजे तय करेंगे। इसी तरह भाजपा के जिला महामंत्री दौलत मनवानी का वार्ड व लगातार 15 वर्षों तक कांग्रेस से उपाध्यक्ष रहे शोभाराम पटेल का वार्ड तो अन्य वार्डों में विलय हो गया, यही स्थिति वर्तमान अध्यक्ष मुबारक मास्टर के वार्ड की है, मुबारक वार्ड नम्बर-19 से लम्बे समय से अपनी उम्मीदवारी और विजयपताका लहराते रहे हैं, लेकिन अब उनका वार्ड 19 न रहकर 22 को गया है। वर्तमान उपाध्यक्ष संतोष सिंह का वार्ड नम्बर-9 भी अब वार्ड नम्बर-13 में तब्दील हो गया है। प्रशासनिक समिति के सदस्य इबरार खान का वार्ड भी अब बदल गया है।
आधे में रहेगा नारी शक्ति का कब्जा
नई व्यवस्था के तहत महिलाओं के लिये 28 में से 14 वार्ड आरक्षित किये गये हैं, जिनमें से सिर्फ महिलाएं ही चुनाव लड़ सकती हैं, जबकि शेष 14 वार्डों में पुरूषों के साथ चुनाव मैदान में उतरने के लिये महिलाएं स्वतंत्र रहेगी, इस तरह से यदि देखा जाये तो 28 में से 14 वार्डों पर महिला का सीधा कब्जा रहेगा, और अन्य में भी ये पुरूषों को मात देकर आगे आ सकती हैं। महिलाओं के लिये जो वार्ड आरक्षित किये गये हैं, उनमें 10 और 14 अजा महिलाओं के लिये 12, 15 और 25 अजजा महिलाओं के लिये, तो पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिये वार्ड क्रमांक-8, 17 और 20 तय किये गये हैं, वहीं वार्ड क्रमांक-2, 3, 5, 6, 9, 21 सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिये आरक्षित हैं। शेष वार्डों में महिलाओं का आरक्षण नहीं है।
यह रहेगी वार्ड क्रमांक-1 से 28 की तस्वीर
वार्ड क्रमांक-1 पर पूर्व में भाजपा के अशोक जायसवाल का कब्जा था, अब यह वार्ड पिछड़े वर्ग के लिये आरक्षित है, इसी वार्ड से टूट कर बनें वार्ड क्रमांक-2 और 3 सामान्य महिला के लिये आरक्षित है, पूर्व का वार्ड क्रमांक-2 जिसमें पूर्व में भाजपा के दीपक राय पार्षद थे, अब वह वार्ड नम्बर-4 अनारक्षित है, यहां वार्ड कांग्रेस नेता इबरार खान का गृह वार्ड है, यहां से कोई भी चुनाव लड़ सकता है, वार्ड नम्बर-5 धनपुरी कालरी क्षेत्र का वार्ड है, यहां कांग्रेस नेता बलकरण विश्वकर्मा का प्रभाव माना जाता है, यह वार्ड भी अनारक्षित की श्रेणी में है, वार्ड नम्बर-6 शशि उपाध्याय, भाजपा के मंडल का वार्ड है, जिसे अनारक्षित महिला की श्रेणी में रखा गया है, वार्ड नम्बर-7 कोयलांचल के अमराडण्डी क्षेत्र अन्तर्गत आता है, पूर्व में यहां से बहुजन समाज पार्टी के नेता कालीचरण की माताजी पार्षद थीं, आरक्षण प्रक्रिया के बाद यह भी वार्ड भी अनारक्षित श्रेणी में आ गया है। वार्ड नम्बर-8 से पूर्व में भाजपा की ऊषा पनिका पार्षद थीं, यह वार्ड पूर्व की तरह अब भी अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला के लिये आरक्षित है, वार्ड नम्बर-9 जो पूर्व में वार्ड नम्बर-6 था, यहां से भाजपा के अरविन्द सिंह और उससे पूर्व उनकी पत्नी पार्षद थीं, अब यह वार्ड अनारक्षित महिला के लिये रखा गया है। वार्ड नम्बर-10 अमराडण्डी स्टेडियम के आसपास का क्षेत्र है, यह वार्ड पूर्व में वार्ड नम्बर-7 था, अब यह वार्ड अजा महिला के लिये आरक्षित है, इसी तरह अमराडण्डी बाजार और इससे लगे एसईसीएल के 100 आवासों वाली बस्ती वार्ड क्रमांक-11 को अनारक्षित वार्ड की श्रेणी में रखा गया है। वार्ड नम्बर-12 पुरानी अमराडण्डी पुलिस कालोनी और स्टोर कालोनी को मिलाकर बनाया गया है, यह वार्ड अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिये आरक्षित है। वार्ड नम्बर-13 जो पूर्व में वार्ड नम्बर-9 था, यहां से भाजपा की शशिकला दाहिया पार्षद थी और यह वार्ड कांग्रेस नेता और वर्तमान परिषद के उपाध्यक्ष संतोष सिंह का गृह वार्ड है, नई व्यवस्था के तहत वार्ड नम्बर-13 अजा के लिये आरक्षित है, इसी तरह वार्ड नम्बर-14 में पूर्व में कांग्रेस के राजेश सूर्यवंशी पार्षद थे, यह वार्ड अब अजा महिला के लिये आरक्षित कर दिया गया है। ये वार्ड कांग्रेस नेता शोभाराम पटेल के प्रभाव वाले वार्ड मानें जाते हैं, इसी तरह वार्ड नम्बर-15 जो पूर्व में वार्ड नम्बर-13 था, इसके अन्तर्गत धनपुरी नम्बर-4 का क्षेत्र और झिल्ली दफाई आदि आते हैं, पूर्व में यहां से भाजपा के श्यामलाल कोल पार्षद थे, यह वार्ड अब अजजा महिला के लिये आरक्षित कर दिया गया है, वार्ड नम्बर-16 पूर्व में वार्ड नम्बर-14 था, यहां से पूर्व में कांग्रेस के जितेन्द्र सिंह पार्षद थे और यह वार्ड धनपुरी से अमरकंटक मार्ग के बांये तरफ फैला हुआ है, इस वार्ड को नये आरक्षण के तहत पिछले वर्ग के लिये आरक्षित किया गया है। वार्ड नम्बर-17 पूर्व में वार्ड नम्बर-15 से टूटकर बना है, आजाद चौक से लेकर माइकल चौकी की ओर फैले इस वार्ड में पूर्व में कांग्रेस नेता जितेन्द्र जायसवाल की पत्नी श्रीमती आरती जायसवाल पार्षद रहीं, इसी वार्ड नम्बर-15 से अलग होकर वार्ड नम्बर-18 का भी निर्माण किया गया है। आजाद चौक से माइकल चौक की ओर जाने वाले मार्ग के दूसरी तरफ यहां वार्ड फैला हुआ है, वार्ड नम्बर-17 पिछले वर्ग की महिलाओं के लिये आरक्षित है तो वार्ड नम्बर-18 को अनारक्षित की श्रेणी में रखा गया है, इसी क्रम में नये वार्ड नम्बर-19 का निर्माण पूर्व के वार्ड नम्बर-16 को तोड़कर बनाया गया है, मुस्लिम बाहुल्य इस वार्ड को अब्दुल कलाम के वार्ड से जाना जाता है, साथ ही इस वार्ड को कच्छी मोहल्ला भी कहते हैं, पूर्व में यहां से कांग्रेस के सईद मास्टर पार्षद रहे हैं, आरक्षण के बाद इस वार्ड को भी अनारक्षित वार्ड की श्रेणी में रखा गया है। वार्ड नम्बर-20 पुराने वार्ड नम्बर-17 से टूटकर बना है, संग्राम ङ्क्षसह दफाई के नाम से ख्याति प्राप्त इस वार्ड में निर्दलीय पार्षद जनकनंदिनी का कब्जा था, यह वार्ड पिछड़े वर्ग की महिला के लिये आरक्षित रखा है। वार्ड नम्बर-21 पुराने वार्ड नम्बर-18 से टूटकर बना है, बाजार मोहल्ला और रंगमंच के क्षेत्र इस वार्ड के अन्तर्गत आते हैं, पूर्व में यहां से भाजपा की भगवती रजक पार्षद थीं, परिसीमन के बाद यह वार्ड महिला अनारक्षित की श्रेणी में आ गया है। वार्ड नम्बर-22 वर्तमान अध्यक्ष मुबारक मास्टर का गृह वार्ड है, पूर्व में यह वार्ड नम्बर-19 था, वर्तमान में वार्ड अनारक्षित है। वार्ड नम्बर-23 पुराने वार्ड नम्बर-22 से बना है, यहां कांग्रेस के बरातू लोधी पार्षद थे, यह वार्ड अनारक्षित की श्रेणी में है। वार्ड नम्बर-24 पुराने वार्ड क्रमांक-17, 18 और 21 के कुछ हिस्से को जोड़कर बनाया गया है, यह वार्ड भी 23 की तरह अनारक्षित की श्रेणी में है, वार्ड नम्बर-25 पुरानी बस्ती का महात्मा गांधी वार्ड है पूर्व में यहां से पुष्पेन्द्र सिंह पार्षद थे, यह वार्ड वार्ड नम्बर-21 से टूटकर बना है, अब यह वार्ड अजजा महिला के लिये आरक्षित किया गया है। वहीं वार्ड नम्बर-26 पुराने वार्ड नम्बर-22 से बना सिलपरी गांव का क्षेत्र है, यहां से भाजपा के राममिलन पार्षद थे, अब यह वार्ड अजजा के लिये आरक्षित है। वार्ड नम्बर-27 चीप हाउस वाला वार्ड नम्बर-23 से टूटकर बना हुआ है, यहां से भाजपा के जगदीश सेन पार्षद थे, ये वार्ड भी अनारक्षित है, वार्ड नम्बर-28 चीप हाउस जंगल दफाई, वार्ड नम्बर-24 से बना है, यह वार्ड कांग्रेस नेता रामाशीष पटेल के प्रभाव वाला वार्ड है।

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