झगड़े के बाद चुनाव अधिकारी को उतारा था मौत के घाट

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पुलिस ने मामले का किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार

(Amit Dubey+8818814739)
शहडोल। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान लापता पी वन चुनाव अधिकारी बुद्ध सेन अगरिया का कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने हत्या के दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार बुद्धसेन अगरिया झींक बिजुरी के रमन्ना कनेर गांव में चुनाव ड्यूटी कराने गए थे और उसी दिन 8 जुलाई से वह लापता थे। लगातार तलाश करने पर एक महीने बाद झींक बिजुरी के जंगल में नाले पर नर कंकाल मिला। स्वजनों ने कपड़े के आधार पर पहचान की। पुलिस लगातार मामले की जांच करती रही और मेडिकल कालेज में डीएनए टेस्ट भी कराया गया है। इसी बीच पुलिस ने दो आरोपियों को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो, वहीं हत्या के आरोपित निकले। इसके बाद राजू सिंह और इंद्रपाल सिंह पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया है कि चुनाव ड्यूटी के बाद लापता हुए बुद्धसेन शराब पीने के आदी थे।
पुलिस जब्त किया था कंकाल
चुनाव ड्यूटी के दौरान ही वह शराब पीने के लिए गांव में शराब की तलाश कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात गांव के एक व्यक्ति से हुई और वह अपने साथ शराब पिलाने के लिए ले गया। शराब पिलाई, इसके बाद किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ और आरोपितों ने लाठी से पीटकर बुद्धसेन की हत्या कर दी। इसके बाद अपराध को छुपाने के लिए शव को लकड़ी की कांवर बनाकर उसके सहारे बोरियों में शव लटका कर एक किलोमीटर दूर जंगल के नाले में फेंक दिया था, जिसे बाद में पुलिस ने नर कंकाल के रूप में जप्त किया है।
आरोपियों ने स्वीकारा अपराध
नर कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की, जिसमें राजू सिंह एवं इंद्रपाल सिंह को संदेह के दायरे में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने में आरोपियों ने हत्या करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के निर्देश के बाद लगातार लापता कर्मचारी को तलाशने में पुलिस टीम लगी थी और आरोपितों तक पहुंच गई। इस कार्यवाही में जैतपुर पुलिस के साथ झींक बिजुरी पुलिस की शामिल रही है।

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