संदेह के दायरे में डीएफओ की ईमानदारी

संदेह के दायरे में डीएफओ की ईमानदारी
भ्रष्टाचारियों पर मेहरबानी, छोटे कर्मचारियों पर की जा रही कार्यवाही
डिप्टी रेंजर संतोष श्रीवास्तव और वनरक्षक भाईलाल राठौर के कारनामों की नहीं हुई जांच
बीट खम्हरिया के कक्ष क्रमांक आरएफ 395 ग्राम भंगहा से सटे जंगलो में लाखो खर्च कर पौध रोपण व उन्हें बचाने के लिये फेन्सिंग किया गया था, लगभग तीन वर्ष पूर्व किये गये भ्रष्टाचार की जांच आज तक ईमानदारी का पाठ पढाने वाले वनमण्डलाधिकारी अब्दुल अलीम अंसारी के द्वारा नहीं की गई, जिससे डीएफओ की ईमानदारी संदेह के दायरे में दिखाई दे रहा है।
अनूपपुर। वन मण्डल अनूपपुर अंतर्गत खम्हरिया बीट में लगभग 50 हजार पौधे रोपित किये गये थे, इन पौधो को पशुओ व अन्य जानवरों से बचाने के लिये सीमेंट के पोल ओर तारो के माध्यम से फेन्सिंग कर सुरक्षा प्रदान करना था, लेकिन बीट की रक्षा करने वाले वनरक्षक भाईलाल राठौर और वन परिक्षेत्र सहायक संतोष श्रीवास्तव के द्वारा अधूरे कार्य कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया, फेन्सिंग के लिये उक्त पोल और तार आज भी कई ग्रामीणों के बाडी में लगा हुआ दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जिम्मेदारों ने कुछ सामग्री अपने चहेतो को बेच दिया गया था, और कुछ चोरों के द्वारा चोरी करने जैसी घटना भी सुनाई दी थी।
न जांच और न ही आंच
इतने बड़े तादात में किये गये भ्रष्टाचार की जांच करने कोई भी अधिकारी बीट खम्हरिया में नहीं पहुंचा, जिसके कारण हुये भ्रष्टाचार की जांच नहीं हो पाई और भ्रष्टाचारियों पर आंच तक नहीं आई। हजारों पौधे उजड़ गये, दर्जनों पौधे काट लिये गये, लेकिन सुरक्षा करने वाले बेखौफ अपने कार्य को अंजाम दे रहे हैं। लगाये गये पौधो को मूक मवेशी उजाड़ दिये आज भी फेन्सिंग अधूरा है, उसके बाद भी सुरक्षा का घेरा पूर्ण नहीं किया गया है, और ना ही इसे देखने के लिये वनमण्डलाधिकारी बीट तक पहुंच पा रहे हैं।
छोटे कर्मचारियों पर कार्यवाही
ईमानदारी का ताज पहनकर वन मण्डल अनूपपुर में पदस्थ हुये वनमण्डलाधिकारी अब्दुल अलीम अंसारी सिर्फ छोटे कर्मचारियों पर कार्यवाही करते हुये दर्जनों को नोटिस बांट दिये, कई वनरक्षको को निलंबित भी कर दिया, लेकिन आज तक वरिष्ठ कर्मचारियों व अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं की गई, जबकि लापरवाही व भ्रष्टाचार वरिष्ठ अधिकारियों के सानिध्य में होता है उसके बावजूद भी बिना सोचे समझे छोटे कर्मचारियों पर गाज गिरा दी जाती है, जिससे प्रतीत होता है कि वनमण्डलाधिकारी दिखावे और अपनी धौंस जमाने के लिये इस तरह की कार्यवाही करते हैं।
घर के पीछे रखाया पोल
ग्रामीणो की माने तो परिक्षेत्र सहायक संतोष श्रीवास्तव और बीट गार्ड भाईलाल राठौर के द्वारा एक ग्रामीण के घर के पीछे वन की फेन्सिंग के लिये लाये गये सीमेंट के पोल रखाया गया है, यह पोल किन कारणो से आज तक घर के पीछे बाडी में रखा गया है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। इतना ही नहीं एक ग्रामीण के बाडी में चारो तरफ फेन्सिंग भी इन्हीं सीमेंट के पोल और तार से किया गया है, जो आज भी मौजूद है। इसके बावजूद भी उच्चाधिकारियों को जानकारी न होना या फिर जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही न करना संदेह के घेरे में आता है।
इनका कहना है-
मुख्य वनसंरक्षक वनवृत्त शहडोल के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल कवरेज क्षेत्र से बाहर बताया गया।