खाली पड़ी जमीन पर तान दिया बरात घर

0

 

बगैर मापदण्ड संचालित हो रहे मैरिज हाल

इन्ट्रो- शादी-विवाह व अन्य समारोह के लिए लोगों ने अपनी खाली जमीन पर निजी बरात घरों का निर्माण करा दिया है। इन बारात घरों में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। क्षेत्र में ऐसे करीब एक दर्जन बारात घर संचालित हो रहे हैं, जहां पार्किंग की भी उचित व्यवस्था नहीं है। इसलिए ये बरात घर शादी के मौसम में परेशानी का सबब बन जाते हैं। इनमें अग्निशमन यंत्र भी नहीं लगाए गए हैं। इससे गंभीर हादसा होने का खतरा बना रहता है, लेकिन जिम्मेदार विभाग बारात घरों कार्यवाही से बचते नजर आते है।

फोटो-01

शहडोल। जिला मुख्यालय में कई ऐसे मैरिज गार्डन हैं, जो बगैर पंजीयन संचालित हो रहे हैं, जिसमें प्रशासन की भूमिका को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त हैं। जिससे शासन को तो क्षति हो ही रही है साथ ही मैरिज गार्डन के आस-पास रहवासियों की नींद हराम होने के साथ साथ कई तरह के प्रदूषण का दंश झेलना पड़ रहा है। इस संबंध में पूर्व की नपा परिषद ने ऐसे कई मैरिज गार्डन संचालकों को नोटिस जारी किए गए थे, खबर है कि किसी भी गार्डन संचालक द्वारा विधिवत पंजीयन कराने एवं लाइसेंस प्राप्त करने की कार्यवाही नहीं की है। आए दिन यातायात बाधित होने से नागरिकों एवं मरीजों को होने वाली असुविधा एवं आतिबाजी के कारण दुर्घटनाएं भी होती है, इसी को ध्यान में रखते हुए कि किसी भी प्रकार की अप्रिय दुर्घटना की आशंका को देखते हुए अवैध रूप से संचालित मैरिज गार्डन के संचालन पर स्थानीय लोगों ने नगर पालिका अध्यक्ष से मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की मांग की है।

फाइलें जांच के बाद अटकी

शहर में अवैध बारातघरों को लेकर नगर पालिका प्रशासन का एक बार फिर उदासीन रवैया सामने आया है। शहर के सभी बारातघरों का सत्यापन करने के बाद जो अवैध उन्हें बंद कराने का निर्देश था। यहां पर नगर पालिका अधिकारियों ने बारातघरों का सत्यापन तो कराया, जिसमें बड़े पैमाने पर कमियां पाई गई हैं। ऐसे में अवैध बारातघरों पर ताला लगाना था, लेकिन पालिका अधिकारियों ने कमियां मिलते ही चुप्पी साध ली है। कार्रवाई के लिए जो दावे किए जा रहे थे, उनके अनुसार कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बारातघर बंद कराने के बजाए उनकी फाइलें जो जांच के लिए चल रही थी, उन्हें ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया, अब अवैध बारातघरों को लेकर कोई चर्चा नहीं हो रही है। जबकि एक बार फिर इन अवैध बारात घरों में वैवाहिक आयोजन शुरू हो गए हैं।

ठगी पर उतारू संचालक

मैरिज गार्डन, मांगलिक भवन, होटल प्रवेश द्वारा एवं पार्किंग के लिए जो कायदे बनाये गये हैं, उसमें संचालक द्वारा पर्किंग स्थल को दर्शाने वाला साइनबोर्ड भी लगाया जायेगा, आगन्तुकों द्वारा वाहनों की पार्किंग निर्धारित स्थल पर ही की जायेगी। ताकि वहां से गुजरने वाले जनसमुदाय आवागमन का मार्ग बाधित न हो । इनके संचालकों द्वारा स्वयं के खर्चे से पर्याप्त संख्या में दो गार्डों की भी व्यवस्था की जायेगी, जो व्यवस्थित पर्किंग के लिये मार्गदर्शन देंगे, लेकिन शगुन के इस कार्यक्रम में लोग इन संचालकों से यह पूछना भूल जाते हैं कि आप नियमों का पालन कर रहे हैं कि और उक्त संचालक सभी चीजों का पैसा जोड़ ग्राहकों से ठगी करने पर उतारू है।

नहीं है सीसीटीव्ही की सुरक्षा

वैवाहिक समारोह में घरेलू एलपीजी सिलेंडर्स 14,2 किलोग्राम नहीं किया जा सकता, होटल के संचालक एवं कैटर्स व्यवसायिक गैस सिलेण्डर का कनेक्शन लेकर इसका उपयोग करेंगे। दुरुपयोग किये जाने की स्थिति उसकी जिम्मेदारी वैवाहिक समारोह आयोजनकर्ता मैरिज संचालक कैटर्स की होगी । समस्त संचालक नियम संबंधी एक बोर्ड अपने स्थल पर लगायेंगे ताकि किराये पर लेने वाले अयोजनकर्ता इसका पालन कर सके साथ ही, सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे जिससे समस्त परिसर (पर्किग एरिया सहित) केमरे की नजर में हो तकि कोई भी अप्रिय स्थिति निर्मित होने पर अपराधी को पकड़ में इसका उपयोग किया जा सकें ।

3 दिवस पहले दे जानकारी

मुख्यालय में संचालित मैरिज गार्डनों में कई ऐसे संचालक है, जो अग्निशामक यंत्र का उपयोग नहीं कर रहे है, जबकि अग्निशामक यंत्र की व्यवस्था होना चाहिये, साथ ही कार्य पर रखे गये कर्मचारियों की जानकारी देकर पुलिस थाने में चरित्र सत्यापन कराया जाना चाहिए, विवाह समारोह आदि की लिखित सूचना आयोजन दिनांक से 3 दिवस पूर्व अपने क्षेत्र के अनुविभागीय दंडाधिकारी एवं उप पुलिस अधीक्षक यातायात को आवश्यक रुप से देना चाहिए। नियमों का पालन न पर इसकी जानकारी तुरन्त विद्युत कनेक्शन विच्छेद कराये जाने की कार्यवाही के साथ ही कई कार्यवाहियां मैरिज गार्डन संचालक के विरूद्ध हो सकती है।

रेट का भी निर्धारण नही

बारात घरों में रेट का कोई निर्धारण नहीं है, बल्कि मनमाने ढंग से पैसा वसूला जाता है। सभी बारात घरों का अलग-अलग रेट है, बच्चों की शादी करने वाले पूंजीपति माता-पिता को तो कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन गरीब एवं मध्यमवर्ग के लोगों को बारात घरों के अनाप-सनाप रेट का खामियाजा भुगतना पड़ता है। शासन की तरफ से भी कोई गाइड लाईन अब तक तय नहीं की गई है,जिसका फायदा उठाकर बारात घरों के मालिक कोरोना काल में भी लूट मचाये हुए हैं।

जल्द होगी बारात घरों पर कार्यवाही

नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने कहा कि निकाय द्वारा जारी किये गये आदेशों का पालन बारात घरों के संचालकों को करना होगा। आदेश का उल्लंघन करने के स्थिति में भारतीय दण्ड सहिंता सहित सुसंगत विधि अनुसार दण्डंात्मक प्रबंधनों के अंतर्गत संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जा सकती है, अध्यक्ष ने कहा कि मेरे कार्यकाल से पूर्व में क्या हुआ है, इसकी जानकारी नहीं हैं, कल अवकाश है, सोमवार को शहर में कितने बारात घर संचालित हो रहे हैं और किसके पास अनुमति है और कौन-कौन मापदण्डो का पालन कर रहे हैं, उसको देखा जायेगा, बगैर नियमों के पालन के किसी दिन बड़ी घटना घट सकती है, ऐसी लापरवाही शहर में बिल्कुल नहीं चल पायेगी।

इनका कहना है

किसी भी मैरिज गार्डन द्वारा अनुमति नहीं ली गई है।

अखिलेश तिवारी

डीएसपी, यातायात

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed