तो क्या महिला कलेक्टर को नहीं महिला सीएमओ से सद्भावना

भाजपा पार्षदों पर कार्यवाही करने से छूट रहा पसीना
अनूपपुर। विगत सप्ताह पूर्व नगर पालिका परिषद अनूपपुर में आयोजित प्रेसिडेंट इन काउंसिल की बैठक में नगर पालिका परिषद अनूपपुर के वार्ड क्रमांक 9 एवं 11 के पार्षद द्वारा नगर पालिका में पदस्थ सीएमओ ज्योति सिंह के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार किया गया था, जबकि पूरे मामले में स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष अंजूलिका शैलेंद्र सिंह की उपस्थित में उन्ही के नजरों के सामने पीआईसी की बैठक में महिला मुख्य नगरपालिका अधिकारी से दोनों पार्षद के द्वारा अभद्रता कारित किया गया था। पूरे घटनाक्रम की शिकायत सीएमओ द्वारा परिषद के दो पार्षदों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही किये जाने नपाध्यक्ष अंजुलिका सिंह एवं कलेक्टर को पत्र लिखकर आयुक्त नगरीय प्रशासन भोपाल सहित उपसचिव, पुलिस अधीक्षक, थाना कोतवाली को प्रतिलिपि भेजकर अधिनियम के तहत कार्यवाही की मांग की गई थी। पूरे मामले में उल्लेख था कि पीआईसी की बैठक में विभिन्न मुद्दों को लेकर बात की जा रही थी, जिसमें प्रवीण सिंह, पार्षद वार्ड क्रमांक 11 एवं अनिल पटेल पार्षद वार्ड क्रमांक 09 के द्वारा प्रेसीडेन्ट इन काउन्सिल की बैठक में अन्य व्यक्ति की ओर से विधिक कार्यवाही में परिषद के विरूद्ध कार्य करने एवं अशोभनीय आचरण के कारण म.प्र नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 41 (02) के तहत् पार्षद पद से अयोग्य करने हेतु लिखा गया था ।
अध्यक्ष ने की कार्यवाही
नगर पालिका परिषद अनूपपुर की महिला नगर अध्यक्ष अंजुलिका सिंह ने नपा में पदस्थ महिला सीएमओ ज्योति सिंह के साथ हुए अभद्र व्यवहार एवं शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त पीआईसी को भंग किए जाने की कार्यवाही कर दी गई। नगर अध्यक्ष द्वारा की गई कार्यवाही का जिला ही नही बल्कि पूरे प्रदेश भर में जहाँ एक ओर चर्चा का विषय बना हुआ है। वही महिला सीएमओ के साथ हुए घटनाक्रम की कार्यवाही से नगर अध्यक्ष की वाह-वाही भी हो रही है। दोषियों पर कार्यवाही करना प्रत्येक जिम्मदारों की स्वयं की जिम्मेदारी होती है, जिस दायित्व का निर्वहन अंजुलिका सिंह ने करते हुए साबित कर दिया कि किसी भी गलत कार्य करने वाले व्यक्ति को बख्शा नही जाएगा।
बड़बोलापन साबित हो रहा मुख्यमंत्री का दावा
जहां एक ओर मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नारियों की सम्मान को लेकर तरह-तरह के दावा देते हैं कि प्रत्येक नारी की सुरक्षा करना हमारा दायित्व है । हमारी सरकार में किसी भी तरह महिलाओं के साथ अभद्रता एवं अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । वही नगर पालिका परिषद अनूपपुर के भाजपा के पार्षदों द्वारा महिला अधिकारी के साथ हुई अभद्रता की शिकायत किए जाने के बाद भी जिला प्रशासन के द्वारा कार्यवाही नहीं की जा रही । जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि मुख्यमंत्री का भाषण महिला एवं नारियों के सम्मान के लिए केवल दिखावा बनकर रह गया है।
जिला प्रशासन नहीं कर रहा कार्यवाही
जन चर्चा यह है कि नगर पालिका परिषद अनूपपुर की महिला अधिकारी ज्योति सिंह के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर जहां नगर पालिका अध्यक्ष अनूपपुर के द्वारा कार्यवाही करते हुए पीआईसी भंग कर दी गई है, वही पूरे मामले की जानकारी लिखित शिकायत पत्र के माध्यम से सीएमओ द्वारा जिला प्रशासन को दिए जाने के बाद भी आज दिनांक तक उन दोनों अभद्र पार्षदों के विरुद्ध नोटिस व कार्यवाही ना किए जाने से जिला प्रशासन आम जनमानस की नजरों में सवालों के घेरे में घिरते दिखाई दे रहा है।