तीन सप्ताह बीते, न पीएम रिपोर्ट, न पुलिस की ठोस कार्रवाई
छात्रावास परिसर में मिला था नवजात बालिका का शव
शहडोल। स्थानीय कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास परिसर में करीब 3 सप्ताह पूर्व 20 नवंबर को एक नवजात
बालिका का शव बरामद किया गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर औपचारिक कार्रवाई पूर्ण की थी और प्रकरण
दर्ज कर मामले को जांच में लिया था। लेकिन तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी तक नहंी पहुंच सकी
और मामले से पर्दा नहीं उठ सका। जनमानस के मानसपटल पर आज भी हॉस्टल की गतिविधियों पर भांति भांति के
सवाल कौंध रहे हैं और बालिका छात्रावास संदेह के दायरे में है। पुलिस की जांच निरंतर चल रही है लेकिन अभी तक
कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लग सके हैं।
जांच में जुटी है पुलिस
मर्ग कायम करने के बाद पुलिस यह पता करने में जुट गई थी कि आखिर शव कहां से आया? इस मामले में उसने
हॉस्टल वार्डन और बालिकाओं से पूछताछ भी की थी। हास्टल के अंदर की जांच पड़ताल रजिस्टर का अवलोकन तथा
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज आदि की गहन विवेचना की जानी थी पुलिस का संदेह इसलिए भी गहरा था कि हॉस्टल
परिसर की दीवारें बहुत ऊंची हैं और बाहर से कोई आदमी अंदर सरलता से नहीं जा सकता। इसके अलावा परिसर के
बाहर भी झाडिय़ों से भरी वीरान जगह है। बाहर से यदि कोई शव को फेंकना चाहेगा तो वह हॉस्टल में क्यों फेकेगा?
पुलिस इसी सवाल का जवाब तलाश रही थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली
स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता और डाक्टरों का रवैया भी कम जिम्मेदार नहीं है। जो मामलों को लम्बित करने में
अपनी भूमिका निभाता रहता है। हॉस्टल परिसर में नवजात बालिका का शव मिले तीन सप्ताह बीत गए हैं लेकिन
आज तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं मिल सकी है। रिपोर्ट नहंी मिलने से पुलिस की जांच पड़ताल भी शिथिल पड़ी
हुई है। जांच किस दिशा में आगे बढ़े अभी यही तय नहीं हो पा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद जांच आगे बढ़ेगी और फिर
कुछ समय लगेगा।
अधिकारी हॉस्टल से बेखबर
शिक्षा विभाग का यह बालिका हॉस्टल बिना किसी कड़ी निगरानी और मॉनीटरिंग के चल रहा है। यह इसी से पता
चलता है कि जिला शिक्षा अधिकारी फूल सिंह मारपाची को हॉस्टल और बालिकाअेां की स्थिति की कोई जानकारी
नही रहती है। वे हास्टल का जायजा लेने भी कभी नहीं जाते हैं। पूर्व में जो बालिका के लापता होने की घटना प्रकाश में
आई थी वह भी उनकी जानकारी में नहीं थी। इसके बाद जो नवजात बालिका का शव मिला उसकी जानकारी भी उन्हे
देर शाम तक नहीं थी। जबकि पुलिस दोपहर से ही हॉस्टल परिसर में प्रवेश कर औपचारिक कार्रवाई पूर्ण करने में लगी
हुई थी।
इनका कहना है
नवजात बालिका का जो शव मिला था उस पर पुलिस की कार्रवाई जारी है लेकिन अभी तक चूंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट
नहीं मिली है इसलिए जांच में कुछ कठिनाइयां आ रहीं है और कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाए हैं।
संजय जायसवाल
टीआई, थाना कोतवाली
शहडोल