पुलिस को दिया हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाओं में जान बचाने सीपीआर प्रशिक्षण

पुलिस को दिया हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाओं में जान बचाने सीपीआर प्रशिक्षण
उमरिया। वर्तमान में घटित हो रहे कार्डिक अरेस्ट / हार्ट अटैक की घटनाओं में मरीज या घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए सीपीआर एक बहुत महत्वपूर्ण तरीका है। कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन(सीपीआर) एक आपातकालीन प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुकने पर उसकी जान बचाने में मदद कर सकती है। इससे कार्डियक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
इसके लिए पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना (भा.पु.से.) के निर्देशानुसार पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा की उपस्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम में जिले के पुलिस, होमगार्ड के अधिकारी-कर्मचारियों को सीपीआर की प्रक्रिया के प्रशिक्षण हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसके अन्तर्गत सीपीआर के संबंध में जिला अस्पताल से आये डॉ. राजीव लोचन द्विवेदी एवं डॉ. भूपेन्द्र मांझी के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान 200 की संख्या के करीब पुलिस, होमगार्ड के अधिकारी-कर्मचारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों नें प्रशिक्षण में सम्मिलित होकर सीपीआर की प्रक्रिया को बारीकी से समझा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा, अनुविभाग अधिकारी पुलिस उमरिया, पाली, होमगार्ड कमाण्डेंट, रक्षित निरीक्षक उमरिया, समस्त थाना-चौकी प्रभारी, थाना, चौकी,पुलिस लाइन का स्टाफ, कार्यालय का स्टाफ एवं होमगार्ड का स्टाफ एवं अधिकारी-कर्मचारी के परिवारजन सम्मिलित हुए।