ठण्ड से बचाव के लिए कराया जा रहा विशेष योगाभ्यास

आयुष विभाग के योग एण्ड वेलनेस सेंटर में आयोजित हो रहा नि:शुल्क योग शिविर
शहडोल। आयुष विभाग के योग एण्ड वेलनेस सेंटर में आयोजित नि:शुल्क योग शिविर में इस कड़ाके की ठण्ड से बचने के लिए विशेष योगाभ्यास कराया जा रहा है, जिसका नगर के रहवासी पूरे उत्साह के साथ लाभ ले रहें हैं व अपने दैनिक जीवन में योग को एक अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित हो रहें हैं। योगाचार्य शिवाकांत शुक्ल द्वारा सभी को ठंड से बचाव के लिए व रोगप्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने के लिए निम्न अभ्यास कराए ंजा रहे हैं।
सूक्ष्म यौगिक व्यायाम
इससे शरीर के सभी अंगो व जोड़ों को संचालित कराया जाता है, जिससे इन्हें स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी एवं ठंड में जोड़ो के दर्द की समस्या से निजात मिलेगा।
यौगिक जॉगिंग
5 से 6 मिनट तक इसे करने से बॉडी के हर हिस्से की एक्सरसाइज हो जाती है और शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है, जिससे रक्त संचार तीव्र हो जाता है।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार अपने आपमें एक पूर्ण व्यायाम है जिसके अभ्यास से आप शक्तिशाली बनते हैं। शरीर में ऊष्मा उत्पन्न करने वाले कुछ और योगासनों में उष्ट्रासन, पश्चिमोत्तानासन, वक्रासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन, नौकासन, सेतुबंधासन, पवनमुक्तासन, हलासन, सर्वांगासन आदि का अभ्यास भी ठण्ड के मौसम में उपयोगी है।
कपालभाति क्र्रिया
कपालभाति क्रिया के अभ्यास से शरीर में ऊष्मा उत्पन्न होती है।
सूर्यभेदी प्राणायाम
दाएं नासिका से श्वास भरकर कुछ देर अंदर रोकें फिर बाएं नासिका से धीरे-धीरे श्वास बाहर निकालें। ऐसा लगभग 5 मिनट करें। इससे सूर्यनाड़ी से गर्मी चंद्रनाड़ी में भी प्रवाहित होगी और शरीर में गर्मी पैदा होगी।
भस्त्रिका प्राणायाम
इसमें तेजी से श्वास-प्रश्वास करना होता है, यह प्राणायाम भी शरीर में ऊष्मा उत्पन्न करता है। जब व्यक्ति को माथे पर पसीना या सिर में गर्मी जैसा महसूस होने लगे तो इसका अभ्यास रोक देना चाहिए।
सावधानी
उपर्युक्त बताए गए यौगिक उपाय का अभ्यास किसी कुशल योग प्रशिक्षक के निर्देशन में ही करें। जिससे आपको किसी प्रकार की हानि नहीं होगी।