पुरूष बंदियों की तरह ही अब महिला बंदियों को भी साक्षर बनाने कक्षायें होंगी संचालित.जिला जेल का निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दिए निर्देश

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पुरूष बंदियों की तरह ही अब महिला बंदियों को भी साक्षर बनाने कक्षायें होंगी संचालित.जिला जेल का निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दिए निर्देश
कटनी ॥ जिला जेल मे अब पुरूष बंदियों की तरह ही महिला बंदियों को भी साक्षर बनाने के लिए कक्षायें संचालित होंगी उक्त निर्देश कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिला जेल का निरीक्षण के दौरान दिए । कलेक्टर श्री प्रसाद की पहल पर यहाँ जिला जेल में निरक्षर बंदियों में साक्षरता का उजियारा फैलाने पुरूष बंदियों के लिए साक्षरता कक्षायें पहले से ही शुरू हैं। जिला जेल के 27 निरक्षर कैदियों ने गत 24 सितंबर रविवार को आयोजित नवभारत साक्षरता परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली है।
ओपन हाईस्कूल की देंगे परीक्षा
कलेक्टर श्री प्रसाद ने जिला जेल के मुख्य अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी को निर्देशित किया कि नवभारत साक्षरता परीक्षा उत्तीर्ण हो चुके, वे बंदी जो आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, उन्हें ओपन हाईस्कूल परीक्षा की तैयारी कराने की व्यवस्था करें। ताकि अपनी गल्तियों की वजह से जेल में रहने की दुश्वारियाँ झेल रहे बंदी, जेल से बाहर आने के बाद की जिंदगी को सहजता से जी सकें और समाज में घुल-मिल सकें।
बच्चों का स्वास्थ परीक्षण
कलेक्टर श्री प्रसाद के आग्रह पर चिकित्सक डॉ अमित साहू ने यहाँ की महिला बंदियों के बच्चों का नियमित और निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार करने की सहमति प्रदान की है।
लोकप्रिय हुई लायब्रेरी
जिला जेल में कलेक्टर की पहल पर गांधी जयंती के अवसर पर यहां शुरू हुई गांधी लाईब्रेरी का बंदियों के जनजीवन में सकारात्मक प्रभाव दिखने लगा है। कलेक्टर को निरीक्षण के दौरान आदतन अपराधी अरबाज खान ने बताया कि वह अपना अधिकांश समय अब लाईब्रेरी में पुस्तकें पढ़नें में ही व्यतीत करता है। अरबाज ने बताया कि वह चिंता छोड़ो सुखी जीवन जियो और अब्दुल कलाम आजाद की जीवनी की पुस्तकें पढ़कर महापुरूषों द्वारा बताये राह में चलनें की कोशिश करने की बात कही।

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