राजनीतिक दबाव बनाकर पत्रकारों पर मुकदमा करने की कोशिश, लामबंद हुए पत्रकार

0

 

राजनीतिक दबाव बनाकर पत्रकारों पर मुकदमा करने की कोशिश, लामबंद हुए पत्रकार

दो पक्षों के विवाद में भाजपा नेता कांग्रेसी भृष्ट ठेकेदार के इशारे पर भुना रहा कलमकारों से व्यक्तिगत रंजिश

इंट्रो : लोकसभा चुनाव सर पर है ऐसे में भाजपा जिला कार्यकारिणी के नेता कांग्रेसी नेताओं के इशारे में कलमकारों के खिलाफ षड्यंत्र करते प्रतीत हो रहे हैं षड्यंत्र इस हद तक की झूठा मामला दर्ज न करने पर टीआई तक का ट्रांसफर कराने भाजपा के लेटर पैड का इस्तेमाल किया जा रहा है, खैर रविवार का दिन बिजली के लिए कठिन रहा लगभग आधा सैकड़ा कोयलांचल और जिले के पत्रकार दिन भर चौथे स्तंभ के प्रहरियों की रक्षा के लिए थाने में डटे रहे, और मामले में पत्रकारों के स्थान पर मूल दोषियों पर कार्यवाही की मांग करते रहे गौरतलब है कि कथित नेता बंधु अनूपपुर के दो प्रतिष्ठित पत्रकारों पर जबरन राजनीतिक दबाव बनाकर मात्र गाली गलौज का झूठा मुकदमा दर्ज करवाना चाहते हैं। जो कि साथी पत्रकारों को मंजूर नहीं है ।

अनूपपुर : संभाग के अंतिम छोर अनूपपुर जिले के बिजुरी में चौथे स्तंभ के प्रहरी कलमकार रसूखदार और भ्रष्ट नेताओं के निशाने में है बताया जाता है कि आलम यह है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार है नहीं तो व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार के आरोपी जिस पर लोकायुक्त द्वारा मामला दर्ज किया गया है के द्वारा भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गयाबोध मिश्र को सामने रखकर व्यक्तिगत रंजिश को भुनाते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष के भाई तीरथ मिश्रा ओर स्थानीय युवक ताराचंद प्रजापति के बीच हुई मारपीट में कलमकारों पर जबरन मुकदमा दर्ज कराने का दबाव बना रहे है जिसके लिए विधिवत भाजपा संगठन का लेटर हेड भी यूज़ किया जा रहा है, मामला भी कैसा सिर्फ गाली गलौज का..। जबकि दूसरे पक्ष की लिखित शिकायत में उल्लेख है कि पत्रकार सिर्फ मध्यस्थता का प्रयास कर रहें थे। कम शब्दो मे कहे तो कल तक यह दो बच्चों का विवाद था लेकिन कांग्रेसी नेता के दखल के बाद अब राजनीतिक रूख देते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष के कंधे में बंदूक रख पत्रकारों पर निशाना साधा जा रहा है।

जाने क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गायबोध मिश्रा के भाई तीरथ मिश्रा कि युवक ताराचंद प्रजापति से वार्ड पार्षद के चुनाव में खिलाफ प्रचार करने को लेकर रंजिश थी जिसको लेकर तीरथ मिश्रा द्वारा रास्ता रोक कर जातिगत गाली गलौज मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। यह बात ताराचंद प्रजापति द्वारा बिजुरी के वरिष्ठ पत्रकारो को बताई गई जिसके बाद मध्यस्थता एवं आपसी समझौते की स्थिति घटना की शाम ही स्टेटेशन चौराहे के पास निर्मित हुई। बताया जाता है कि बाद इसके जब यह बात कांग्रेस नेता एवं ठेकेदार राकेश शुक्ला को पता चली तो लोकायुक्त के कार्यवाही के दौरान समाचार छापने व घर से जनरेटर बरामद कराने से नाखुश नेता जी ने मामले को हाईटेक कर्तव्य हुए जिला मुख्यालय के कुछ सहयोगियों और नेताओं का सहारा लेकर पुलिस पर दबाव बनाना चालू किया। और शिकायत में जबरन उल्लिखित पत्रकारों का नाम जुड़वाया गया कि उन्होंने गाली गलौज की जबकि मौके के सीसीटीवी फुटेज में गाली गलौज मारपीट जैसी कोई घटना पत्रकारों द्वारा कारित करना नहीं पाई गई।

लामबंद हुए जिले के पत्रकार
पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज की जा रही है की जानकारी जब जिले के पत्रकारों को पड़ी तो कोयलांचल के लगभग आधा सैकड़ा पत्रकार एकत्रित होकर बिजुरी थाने पहुंचे और थाना प्रभारी पर सीसीटीवी फुटेज जचने का दबाव बनाया जिसमें पत्रकार गाली गलौज अथवा मारपीट करते प्रतीत नहीं हो रहे हैं बल्कि मामला सिर्फ बातचीत का था जिस राजनीतिक व्यक्ति द्वारा षडयंत्र पूर्वक झूठा मुकदमा कायम करने का प्रयास किया जा रहा है को लेकर दिनभर लाम बंद रहे यही नहीं नाराज पत्रकारों ने कथित भाजपा नेता के भाई तीरथ मिश्रा पर पत्रकारों के नाम से अवैध वसूली स्वयंभू पत्रकार होने सहित अन्य आरोप लगाते हुए पत्रकारिता की जांच करने की बात कही, इसके अलावा राजनीतिक दबाव से नाराज होकर पत्रकारों ने थाना परिसर में धरना प्रदर्शन भी किया। एवं ज्ञापन सौंपते हुए पत्रकार रवि एवं प्रकाश पर की गई झूठी शिकायत में शिकायत करता है खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की।

राजनीतिक दबाव या पत्रकार एकता

मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है,प्रतीत हो रहा है कि चौथे स्तंभ के खिलाफ हो रहे इस षड्यंत्र में राजनीतिक दबाव बी है सर पर लोकसभा चुनाव होने के बाद भी अपने नेता की मनमानी और सडयंत्र जो जिला भाजपा के नेता पर्दे के पीछे से सह दे रहें हैं। तो वहीं पत्रकारों के खिलाफ किया जा रहे हैं इस शारीरिक षड्यंत्र से नाराज जिले के पत्रकार व्यापक पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने की आशंका जताई जा रही। क्योंकि मामले में भाजपा जिला उपाध्यक्ष का डायरेक्ट इंवॉल्वमेंट है तो कहीं ना कहीं यह व्यापक विरोध प्रदर्शन जिला भाजपा एवं आगामी लोकसभा चुनाव सहित पुलिस व्यवस्था की कार्यशैली पर भी बड़ा सवाल खड़ा करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed