चोरी की नियत से पहुँचे सिमको लाईम चुना भट्टा के ऑफिस, मैनेजर समनू विश्वकर्मा के साथ की हाथा पाई. सिर पर डण्डे से किया प्रहार और पहचान छिपाने चटाई. और कम्बल में लपेटकर समनू विश्वकर्मा की लाश को डाल दिया धधकते हुए चूना के भट्टे में. सभी आरोपी गिरफ्तार

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चोरी की नियत से पहुँचे सिमको लाईम चुना भट्टा के ऑफिस, मैनेजर समनू विश्वकर्मा के साथ की हाथा पाई. सिर पर डण्डे से किया प्रहार और पहचान छिपाने चटाई. और कम्बल में लपेटकर समनू विश्वकर्मा की लाश को डाल दिया धधकते हुए चूना के भट्टे में. सभी आरोपी गिरफ्तार


कटनी।। कुठला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम कछगवां में मौजूद सिमको कंपनी के चूना भट्ठे में काम करने वाले मैनेजर को अज्ञात लोगों ने बेरहमी से मारपीट करने के बाद भट्ठे में डालकर जिंदा जला दिया था। इस मामले में मैनेजर की हत्या करने वालों को पकड़ने में पुलिस ने सफलता प्राप्त कर ली है। पुलिस ने घटना में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन इस पूरे मामले से पर्दा उठाते हुए हत्याकांड का खुलासा किया। पुरे घटनाक्रम में लूट के इरादे आरोपियों नें सिमकों कंपनी चूना भट्ठा के मैनेजर की पहले बेदम लाठी डंडो से पिटाई की और जब मैनेजर को पूरी तरह से डण्डे मारकर घायल कर दिया तत्पश्चात मैनेजर समनू विश्वकर्मा का तकिये से दम घोंट दिया और मृतक के गले में पहनी लॉकर की चाबी निकाली और लॉकर का ताला खोलकर उसमें से नगदी निकालकर वापस ताला बन्द कर चारों आरोपियों ने मिलकर वही पर बिछी हुए चटाई और कम्बल में लपेटकर साक्ष्य मिटाने के आशय से मृतक समनू विश्वकर्मा की लाश को धधकते हुए चूना के भट्टे में डाल दिया।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम कछगवां में सिमकों कंपनी के चूना भट्ठा में बड़वारा थाना क्षेत्र के ग्राम मुडेहरा निवासी 55 वर्षीय सम्मू विश्वकर्मा पिता सुंदरलाल विश्वकर्मा मैनेजर के तौर पर कार्यरत था। 19 एवं 20 जून की दरमियानी रात मारपीट करते हुए उसे जिंदा भट्ठे में फेंक दिया। भट्टे में फेक जाने के कारण सम्मु की बॉडी का लगभग आधे से अधिक हिस्सा जलकर राख हो गया। भट्टे से जब उसके शव को बाहर निकाला गया तो पुलिस के हाथ उसकी बॉडी के कुछ अंश ही लगे। बताया जाता है कि मृतक मैनेजर पिछले 20 वर्षों से सिमको कंपनी के लिए काम करता था। जिस भट्ठे में मैनेजर की लाश मिली है उस भट्ठे के आसपास कई जगह पर खून के धब्बे भी पाए गए । इसके अलावा भट्टे के ऑफिस में जमीन पर दो जगह 100 के नोट पड़े मिले हैं। जमीन पर इस तरह नोटों का बिखरा होना चोरी व लूटपाट की आशंका को बल प्रदान करता है। मैनेजर की मौत के मामले में पुलिस हत्याकांड से जुड़े विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग एंगल में जांच की एवं घटना की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल घटना स्थल को सील किया गया। घटना पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध थाना कुठला में अपराध क्रमांक 529/24 धारा 302,201 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटना के बाद से ही पूरे क्षेत्र के साथ समूचे संभाग में यह खबर आग की तरह फैल गई। कानून व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ संतोष डेहरिया, नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमति ख्याति मिश्रा, एसडीओपी विजयराघवगढ़ के. पी. सिंह, थाना प्रभारी विजयराघवगढ़ रीतेश शर्मा, थाना प्रभारी कैमोर अरविन्द चौबे, प्रभारी सायबर सेल, चौकी प्रभारी बिलहरी गोपाल विश्वकर्मा, चौकी प्रभारी बस स्टैण्ड अंकित मिश्रा एवं पुलिस लाईन का बल पहुँचा था वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में घटना स्थल का वारीकी से मौका मुआयना किया गया। एफ एस एल टीम, डॉग स्कॉट, फिंगर प्रिंट टीम एवं जबलपुर की फॉरेंसिक टीम के द्वारा घटनास्थल एवं शव का बारीकी से निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित किये गए बाद शव को जिला चिकित्सालय कटनी भेजकर डॉक्टरो की टीम से शव का बारीकी से परीक्षण कर पी एम कराया गया।
पुलिस को लगे अहम सुराग
जलते हुए भट्टे में सिमको लाईम कम्पनी के मैनेजर समनू विश्वकर्मा की हत्या की सभी पहलुओ पर बारीकी से जाँच करते हुए कुठला पुलिस को मुखंबिरो के द्वारा कुछ अहम सुराग हासिल हुए जब उन सुरागो की तफ्तीश की गई तो ज्ञात हुआ कि चूना भट्टा में काम करने वाले मजदूरो की संलिप्ता पर संदेह हुआ जिसके आधार पर संदेही आशीष सिंह ठाकुर पिता स्व. देवी सिंह ठाकुर उम्र 28 वर्ष, विनोद सिंह पिता ज्ञान सिंह उम्र 35 वर्ष, रंजीत उर्फ गोलू सिंह पिता देवी सिंह उम्र 24 वर्ष, सनम सिंह पिता वीरेन्द्र सिंह उम्र 19 वर्ष सभी निवासी कछगवा थाना कुठला द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ घटना घटित करना बताया
बनाई पूरी योजना
आरोपियों नें पुलिस कों बताया वें नहीं जानते थे कि बुधवार के दिन मजदूरों को मजदूरी मिलती है जिसका एक बड़ा हिस्सा गुरुवार को भी वितरित होता है इसी बजह से उन्होने बुधवार एवं गुरुवार की दरम्यानी रात यह घटना की। योजना के अनुसार आरोपी आशीष को ऑफिस के अन्दर घुसना था, आरोपी विनोद को आशीष की मदद के लिए पहुँचना था और आरोपी सनम सिंह और रंजीत सिंह उर्फ गोलू को बाहर रहकर आने जाने वालो पर नजर रखनी थी घटना की योजना बुधवार के शाम 7 बजे रेल्वे ट्रेक पर बनी थी।
चोरी की नियत से पहुंचें सिमको लाईम के ऑफिस
आरोपियों नें एक राय होकर रात के करीब एक बजे मुताबिक योजनाबद्ध तरीके से चोरी की नियत से सिमको लाईम के ऑफिस पहुँचे। आशीष सिंह उक्त स्थान में पीछे की ओर से बाउण्ड्री कूदकर घुसा अन्दर की आहत पाकर बाहर सोये हुए समनू विश्वकर्मा की नींद खुल गई जिससे वो ऑफिस के अन्दर गए उसी समय दूसरा आरोपी विनोद भी समनू विश्वकर्मा के पीछे पीछे अन्दर चला गया और अन्दर जाकर मैनेजर समनू विश्वकर्मा के साथ हाथा पाई की और उन पर काबू पाने के लिए उनके सिर पर डण्डे से प्रहार किया और जान बचाकर भागने पर समनू को फिर से पकड़ा और डण्डे मारकर घायल कर दिया तत्पश्चात मैनेजर समनू विश्वकर्मा का तकिये से दम घोंट दिया और मृतक के गले में पहनी लॉकर की चाबी निकाली और लॉकर का ताला खोलकर उसमें से नगदी निकालकर वापस ताला बन्द कर दिया चारों ने मिलकर वही पर बिछी हुए चटाई और कम्बल में लपेटकर साक्ष्य मिटाने के आशय से मृतक समनू विश्वकर्मा की लाश को धधकते हुए चूना के भट्टे में डाल दिया।
पहचान छिपाने चाहते थे इसी वजह से मैनेजर समनू विश्वकर्मा की कर दी हत्या
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतक मैनेजर समनू विश्वकर्मा आरोपियों को जानते थे इसी बजह से चोरी के दौरान उनके जागने पर आरोपीगण अपनी पहचान छिपाने चाहते थे इसी बजह से उन्होने मैनेजर समनू विश्वकर्मा की हत्या कर दी और हत्या करने के बाद लाश को चूना भट्टा में डाल दिया। इसके पहले कि घटना के बाद आरोपी लूटे गए पैसे आपस में बाटते उसके पहले ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया। आरोपी आशीष और रंजीत सिंह उर्फ गोलू दोनो सगे भाई है इनकी मां बृजरानी को घटना की पूरी जानकारी है। धारा 120 बी के तहत बृजरानी को भी आरोपी बनाया जा रहा है। आरोपियों के मेमोरेण्डम के आधार आरोपी विनोद से तिजौरी की चाबी विनोद के पेंट से एवं आशीष के घर से नगदी 60 हजार रुपये एवं हिसाब किताब का रजिस्टर बरामद किया गया है। शेष 20 हजार रूपये आरोपी गोलू ने अपनी मां बृजरानी को दे दिये थे आरोपी रंजीत सिंह उर्फ गोलू की मां बृजरानी से 20 हजार रूपये जप्त होना शेष है आरोपियों से पूछताछ जारी है।

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