छठ महापर्व: व्रतधारियों ने अस्ताचल सूर्य को दिया अर्घ्य, समृद्धि की कामना

सूरज श्रीवास्तव
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शहडोल: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। गुरुवार, 7 नवंबर को तीसरे दिन व्रतधारी महिलाओं एवं पुरुषों ने नगर के मोहन राम तालाब, बड़ी भीट, और एमपीईबी के पीछे स्थित मुड़ना नदी के घाटों पर पहुंचकर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। शुक्रवार, 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन होगा।
सूर्य आराधना के इस पर्व में श्रद्धालु अपने परिवार और बच्चों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। गुरुवार शाम, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने अपार श्रद्धा और उल्लास के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। परंपरानुसार, महिलाओं ने एक-दूसरे को पीला सिंदूर लगाकर परिवार की खुशहाली की कामना की।
भक्ति गीतों और प्रसाद का वितरण
मोहन राम तालाब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रयागराज से आए कलाकारों ने छठ पर्व से जुड़े भोजपुरी भजनों और गीतों की प्रस्तुति देकर माहौल को और भक्तिमय बना दिया। उत्तर भारतीय संघ द्वारा उपस्थित श्रद्धालुओं को ठेकुआ प्रसाद का वितरण भी किया गया।
जिला मुख्यालय के साथ-साथ बुढ़ार, ओपीएम, और अमलाई के घाटों पर भी व्रतधारियों ने अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न की। सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर लाइफ जैकेट, बोट, और गोताखोरों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।
आज शुक्रवार सुबह, उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर छठ महापर्व का समापन होगा, जिसके बाद श्रद्धालु अपने घरों को लौटेंगे।