मनमर्जी गाइड और टिकट कालाबाजारी पर शिकंजा, बांधवगढ़ नेशनल पार्क में कड़ा रुख

सूरज श्रीवास्तव
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उमरिया। विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ नेशनल पार्क में नियम विरुद्ध सफारी संचालन और टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। पार्क के क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय ने खुद मोर्चा संभालते हुए टिकट काउंटर पर पर्यटकों को टिकट वितरण की निगरानी की। इस कदम से दूर-दराज से आए पर्यटकों को राहत मिली है।
डॉ. सहाय के निर्देश पर पार्क प्रशासन ने मनमर्जी गाइड और ब्लैक मार्केटिंग पर नकेल कसने के लिए पुराने आदेशों को लागू किया है। पर्यटन प्रभारी पुष्पा सिंह ने सफारी नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की। अब तक लगभग 1-2 लाख रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है।
बघीरा ऐप से स्पीड पर नियंत्रण
पार्क में वाहन रेसिंग जैसी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वाहनों में जीपीएस आधारित “बघीरा” ऐप की शुरुआत की गई है। इस तकनीक से तेज गति और नियम उल्लंघन करने वाले वाहनों पर नजर रखी जा रही है। प्रबंधन ने साफ कर दिया है कि इस ऐप को बंद करने का सवाल ही नहीं उठता।
मनमर्जी गाइड पर पूर्ण प्रतिबंध
राजपत्र में 27 अगस्त 2021 को जारी आदेशों के अनुसार, पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीव संरक्षण के लिए मनमर्जी गाइड का प्रावधान है, लेकिन इसके गलत उपयोग से पार्क की छवि धूमिल हो रही थी। डॉ. सहाय ने इस प्रथा पर पूर्ण रोक लगाने का निर्णय लिया है।
स्थानीय गाइडों का कहना है कि मनमर्जी गाइड वन्यजीवों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और बाघों को पत्थर मारने जैसी घटनाओं में शामिल पाए गए हैं। कुछ मामलों में तेज गति के कारण वाहन पलटने की घटनाएं भी हुई हैं।
नए नियमों से पर्यटक खुश
प्रबंधन के इन सख्त कदमों से दूर-दराज से आए पर्यटकों में खुशी का माहौल है। अब टिकट वितरण में पारदर्शिता और सफारी संचालन में अनुशासन दिखाई दे रहा है।
डॉ. सहाय और उनकी टीम की यह पहल न केवल पर्यटकों को बेहतर अनुभव दे रही है, बल्कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क की प्रतिष्ठा को भी बरकरार रखने में सहायक साबित हो रही है। अब यह देखना होगा कि ये सख्तियां लंबे समय तक कैसे लागू रहती हैं।