गौरेला के गौसेवक कर रहे हैं गौसेवा। घुमंतू गायों की करते हैं रक्षा।

जीपीएम – बारिश का मौसम शुरू होते ही सबसे बड़ी परेशानी चौपाया जानवरों की रहती है।
पशुपालक अपने पशुओं को निश्चित स्थान पर रखने के बजाए उनको आवारा सड़कों पर घूमने के लिए छोड़ दिया करते हैं।
ऐसी स्थिति में बारिश के दिनों में जानवर सूखी जगह में बैठना पसंद करते हैं जिस कारण से वे सड़कों पर जमघट लगा कर बैठ जाया करते हैं। इनके सड़कों में बैठने से यातायात प्रभावित होता है,आए दिन जानवरों से टकराकर मोटरसाइकिल कार हादसे हुए हैं जिसमें असमय मृत्यु का भी बहुत लोग शिकार हुए हैं।
आवारा सड़कों पर पशु भूखे प्यासे घूमते हैं सड़कों पर पड़ा कचरा,पन्नी खाकर बिमार भी होते हैं।
इन सभी समस्याओं को देखते हुए नगर गौरेला के कुछ नौजवानों ने गौ रक्षक दल बनाया है।ये नौजवान गायों के गले में रेडियम लगा पट्टा बांध रहे हैं जिससे रात में रेडियम के रिफ्लेक्शन से दूर से वाहन चालक सावधान हो जाएं।
ऐसे ही इनका दल सड़कों पर बीमार,एक्सीडेंटल, भूखी-प्यासी पशुओं की सेवा कर रहा है।
इनके द्वारा पशुओं के समुचित इलाज के लिए पशु चिकित्सक की मदद ली जाती है।
इस पुनीत कार्य में पारस ताम्रकार (जिला महासचिव एन एस यू आइ)कान्हा कछवाहा,लाला,जय,मन्नू, प्रमोद,प्राशु द्वारा किया जा रहा है।