क्या डॉक्टर नितिन उपचार के दौरान बाघ मरने का बना रहे रिकार्ड?

0

जिन-जिन जानवरों का किया उपचार, वह आज दुनिया में नहीं

File Photo

(कमलेश यादव+91 94246 83600)
ताला। विश्व में छवि रखने वाला बाँधवगढ़ टाईगर रिजर्व जो टाईगर स्टेट के महत्वपूर्ण दर्जे में मप्र में सम्मिलित हैं। जिसमें बाघो के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा हैं। ग्रामीणो का कहना हैं कि बाँधवगढ़ में जिस हाथी, बाघ व अन्य वन्य प्राणी का उपचार डॉ नितिन गुप्ता के द्वारा किया जाता हैं, उस वन्य प्राणी की मृत्यु क्यों हो जाती हैं। वाहन चालको एवं गाइडो के द्वारा डॉ. नितिन गुप्ता पर निशाना साधते हुए बाघ के उपचार के दौरान ही मृत्यु होने पर आक्रोश जताया गया कि जब से डॉ. नितिन गुप्ता पदस्थ हुए हैं़़़़़़़, तब से लगातार जिऩ़-जिन वन्य प्राणियो का उपचार किया वो वन्य प्राणी जीवित नहीं बचा।
आखिर क्यों असफल हैं गुप्ता
बाँधवगढ़ के वन्य प्राणी में रेस्क्यू किये गये डाँक्टर की दवाईओ का खर्च विवरण निकाला जाये तो कई करोड़ो की राशि खर्च की गई हैं। क्या कारण हैं कि समस्त दवाईया एवं समस्त सुविधा उपलब्ध होने के बाद भी डॉक्टर ईलाज करने में असफल रह जाते हैं।
क्षेत्र संचालक कर रहे तारीफ
डॉक्टर नितिन गुप्ता के इस असफलता के बारे में अभी हाल में नवीन पदस्थ क्षेत्र संचालक बाँधवगढ़ टाईगर रिजर्व के व्ही. रहीम से डॉ नितिन गुप्ता के द्वारा वन्य प्राणियों के लापरवाही पूर्वक उपचार के संबंध में जब पूछा गया तो क्षेत्र संचालक द्वारा डॉ. नितिन गुप्ता की बड़़ाई करते हुये फूले नहीं समायें। बाँधवगढ़ के क्ष़ेत्र वासियो का कहना हैं कि बाँधवगढ़ वन्य प्राणियो की सुरक्षा के लिए एक अच्छे अनुभवी डॉक्टर की आवश्कता हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed